एस्किमो
- एस्किमो जनजाति किस प्रजाति से संबंधित है ?
मंगोल - एस्किमो कौन सी भाषा बोलते हैं?
एल्युट - एस्किमो के जीविकोपार्जन का साधन क्या है?
आखेट (शिकार करना) - एस्किमो जनजाति की संपत्ति व सामाजिक स्तर का मापदंड क्या है ?
रेन्डियर - एस्किमो के वस्त्र किसके बने होते हैं ?
कैरिबो (बारहसिंघा) की खाल के - एस्किमो स्लेज गाङी का निर्माण किससे करते हैं?
सील मच्छलियो की हड्डियों से - एस्किमो शब्द का क्या अर्थ है ?
कच्चा मांस खाने वाला व बर्फीले प्रदेश के निवासी - हारफून क्या है ?
एस्किमो जनजाति का शिकार करने वाला भालेनुमा हथियार हारफून कहलाता है - स्लेज क्या होती है ?
बर्फ पर चलने वाली बिना पहिए की गाड़ी जिसे कुत्ते व रेन्डियर खींचते हैं जैसे - कार्मिक या मुक्लूक्स क्या है ?
एस्किमो द्वारा पहने जाने वाले सील मछली की खाल से बने जूते कार्मिक या मुक्लूक्स कहलाते हैं - एस्किमो जनजाति कहां पाई जाती है?
एस्कीमों जनजाति अलास्क, कनाड़ा, ग्रीनलैण्ड और उत्तरी साइबेरिया क्षेत्र (टुंड्रा प्रदेश) में 1पाई जाती है ! - एस्किमो का प्रमुख भोजन क्या है ?
एस्किमो का प्रमुख भोजन शील, ह्वेल, सी लाॅयन(वालरस) का कच्चा मांस है - एस्कीमो को विभिन्न क्षेत्रों में किन नामों से जाना जाता है ?
(अ) उत्तरी कनाडा व ग्रीनलैंड- एस्कीमो
(ब) स्केंडिनेविया- लैप्स
(स) उत्तरी साइबेरिया- सैमोयड्स, कचकी, याकूत व तुंग - एस्किमो जनजाति के शारीरिक लक्षण लिखिए
एस्किमो का चेहरा चपटा व चौङा, नाक चपटी, बाल काले व भद्दे, दांत सफेद व मजबूत, शरीर हष्ट-पुष्ट तथा पुट्ठे मांसल होते हैं तथा ये स्वभाव से सरल, स्थिर व हंसमुख होते है - इग्लू व कर्मक क्या है ?
एस्किमो द्वारा शीतकाल में बनाए गए बर्फ के मकान इग्लू कहलाते हैं ।
लकड़ी व ह्वेल की हड्डियों के ढांचे से बने एस्किमो के मकान कर्मक कहलाते हैं । - तिमियाक व अनोहाक क्या है ?
एस्किमो द्वारा पहना जाने वाला जर्सीनुमा बांहदार वस्त्र तिमियाक कहलाते हैं ।
एस्किमो द्वारा जर्सीनुमा बांहदार वस्त्र के ऊपर पहना जाने वाला वस्त्र अनोहाक कहलाता है । - उतोक क्या है ?
एस्किमो द्वारा बसंत काल में सील मछली के शिकार करने की प्रक्रिया को उतोक कहा जाता है इस विधि में बसंत काल में जब सील मछलीयां श्वास लेने हेतु बाहर आकर धूप सेकने लगती है तब कुत्तों द्वारा इनका शिकार कर लिया जाता है। - कयाक व ऊमियाक क्या है ?
एस्किमो जनजाति द्वारा बसंत ऋतु में परिवहन के लिए काम में ली जाने वाली चमड़े से बनी छोटी नाव कयाक कहलाती है
एस्किमो जनजाति द्वारा ह्वेल मछली का शिकार करने हेतु काम में ली जाने वाली बड़ी नाव ऊमियाक कहलाती है । - एस्किमो जनजाति में सील मछली का उपयोग लिखिए ।[2019]
1.खाने के लिए मांस
2.कपड़े व तंबू बनाने के लिए खाल
3.ईंधन के लिए चर्बी
4.स्लेज गाड़ी बनाने के लिए हड्डियां
5.धागे के रूप में तांत प्राप्त होती है - एस्किमो जनजाति ने वातावरण समायोजन किस प्रकार किया है ?
1.बर्फ का प्रयोग कर बर्फ का घर (इग्लू) बनाकर
2.स्लेज गाड़ी बनाने के लिए वालरस की हड्डियों को काम में लेते हैं ।
3.बर्फीले तूफान तथा सूर्य की किरणों की चमक से आंखों को बचाने के लिए आंख पर कवच का उपयोग करते हैं। - एस्किमो जनजाति की सामाजिक एवं सांस्कृतिक विशेषताएं लिखिए
1.एस्किमो जनजाति छोटे -छोटे समूहों में निवास करने वाली घुमक्कड़ जनजाति है
2.एस्किमो जादू-टोने में विश्वास करते हैं
3.इनका समाज पितृवंशीय होता है तथा इनमें बहुपत्नी प्रथा प्रचलित हैं
4.रेन्डियर एस्किमो जनजाति की संपत्ति व सामाजिक स्तर का मापदंड है - एस्किमो की शीतकालीन आखेट की विधियों का वर्णन कीजिए ।
1. माउपाक- माउपाक का अर्थ होता है प्रतीक्षा करना ।एस्किमो द्वारा शीतकाल में एक छिद्र के माध्यम से सील मछली का शिकार करने की विधि को माउपाक कहते हैं जब सील मछली श्वास लेने के लिए बर्फ में बने छिद्र के समीप आती है तो इन छिद्रों में एस्किमो द्वारा रखी हड्डी हिल जाती है तभी एस्किमो अपने हथियार हारफून से सील मछली का शिकार कर लेते हैं।
2. इतुरपाक- एस्किमो द्वारा शीतकाल में दो छिद्रों के माध्यम से सील मछली का शिकार करने की विधि को इतुरपाक कहते हैं इस विधि में एस्किमो द्वारा बर्फ में दो छिद्र बनाए जाते हैं एक छिद्र में एक व्यक्ति सील मच्छली को चारा डाल कर बुलाता है तथा दूसरे छिद्र से दूसरा व्यक्ति हारफून से सील मछली का शिकार करता है।
बुशमैन
- बुशमैन जनजाति किस प्रजाति से संबंधित है ?
नीग्रिटो - एटोशा राष्ट्रीय उद्यान कहाँ है
नामिबिया(अफ्रीका)/ कालाहारी मरुस्थल - बुशमैन का प्रिय भोजन क्या है ?
दीमक, चीटियां और उनके अंडे बुशमैन का प्रिय भोजन है - वेर्फ क्या है ?
बुशमैन के 8-10 झोंपड़ीयों वाले अल्पपकालीन गांव वेर्फ कहलाते हैं - बुशमैन को अन्य किन नामों से जाना जाता है ?
सॉन, रव्वी व बसारवा - दो भगवान में कौनसी जनजाति विश्वास रखती हैं?
बुशमैन जनजाति - शुतुरमुर्ग के अंडे के खोल को बर्तन व आभूषण के लिए कौन सी जनजाति प्रयोग करती है
बुशमैन जनजाति - बेचुआनालैण्ड कहां स्थित है ?
बेचुआनालैण्ड अफ्रीका महाद्वीप में 18 डिग्री दक्षिणी अक्षांश से 24 डिग्री दक्षिणी अक्षांश के मध्य स्थित है - क्रॉस क्या है ? (Board Exam 2020)
बुशमैन जनजाति की महिलाओं का बिस्तरबंद वस्त्र चोंगा स्थानीय भाषा में क्रॉस कहलाता है - बुशमैन बड़े पशुओं का शिकार किन तरीकों से करते हैं ?
1.कीचड़ में घंसाकर 2.फंदे में फंसाकर
3.गड्ढे में गिराकर 4.विषाक्त जल पिलाकर - बुशमैन जनजाति कहां पाई जाती है ?
बुशमैन (बेचुआनालैंड, कालाहारी मरुस्थल) दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, नामीबिया व अंगोला में निवास करने वाली एक बेहद प्राचीन जनजाति हैं। - त्यामा क्या है ?
कालाहारी मरुस्थल में पाया जाने वाला तरबूज जिसका उपयोग जल पूर्ति के लिए मानव और पशु करते हैं त्यामा कहलाता है। - बुशमैन जनजाति की सामाजिक एवं सांस्कृतिक विशेषताएं लिखिए
1.बुशमैन की धार्मिक परंपराओं, संस्कारों व कलाओं में प्राणियों व प्रकृति का केंद्रीय स्थान होता है
2.बुशमैन जादू-टोना व भूत-प्रेत में विश्वास करते हैं
3.बुशमैन दो भगवान में विश्वास करते हैं
4.बुशमैन चट्टानों पर सुन्दर पेंटिंग बनाते है - बुशमैन जनजाति ने वातावरण समायोजन किस प्रकार किया है
1.थोड़े सामान, कम बच्चे और सामान के बंटवारे के कारण स्वतंत्र रूप से घूमते रहते हैं
2.अकाल के समय बुशमैन स्त्रियां गर्भधारण करना बंद कर देती है
3.शिकार के समय मादा एवं अल्प वयस्क जीव को हानि नहीं पहुंचाते हैं
4.अग्नि जलाने के लिए कम-से-कम इंधन का उपयोग करते हैं
5.शिकार किए गए पशु के प्रत्येक भाग का उपयोग करते हैं - बुशमैन जनजाति के आर्थिक क्रियाकलापों को समझाइए ।
1.आखेट- बुशमैन मूल रूप से आखेटक होते है ये तीर कमान व भाले से शिकार करते हैं बङे शिकार को कीचड़ में धँसाकर, फंदे में फंसा कर, गड्ढे में गिरा कर व विषाक्त जल पिलाकर मारते हैं बुमैन जंतुओं की बोली की नकल करने में निपुण होते है
2.भोजन- बुशमैन सर्वभक्षी होते हैं बुशमैन मछली, पौधे की जड़ें, बेरी व शहद आदि खाते हैं दीमक, चिट्टियां व उनके अंडे इनका प्रिय भोजन है
3.वस्त्र- बुशमैन पुरुष तिकोनी लंगोट पहनते हैं स्त्रियां सामने और पीछे की ओर कमर में बांधकर चमड़े की चौकोर एप्रन पहनती है स्त्रियां एक महत्वपूर्ण वस्त्र चोंगा पहनती है जिसे क्रॉस कहते हैं
4- निवास गृह- बुशमैन चट्टानी गुफाओं में रहते हैं खुले में घास-फूस व जानवरों की खाल से झोपड़ी बनाते है बुशमैन के 8-10 झोंपड़ीयों वाले अल्पपकालीन गांव वेर्फ कहलाते हैं
5.औजार व बर्तन- बुशमैन तीर कमान, भाले, अग्नि दंड व विष बुझे तीर आदि औजार काम में लेते हैं शुतुरमुर्ग के अंडे का उपयोग जल रखने और आभूषण बनाने में करते हैं
गौंड
- विश्व का सबसे बड़ा जनजातीय समूह कौन सा है ?
गौंड - गौंड अपने आप को क्या कहते हैं ?
कोइटुर या कोल - गौंड जनजाति का मुख्य भोजन क्या है ?
कोदू व कुटकी - गौंड जनजाति द्वारा बोली जाने वाली गौंडी बोली किस भाषा परिवार से संबंधित है
द्रविङियन भाषा परिवार से - गोंड जनजाति के प्रमुख वर्ग कौन-कौन से हैं ?कुरुख, केवट धीवर, रावत
- गौंड शासित भारत के चार साम्राज्यो के नाम लिखिए ।गढ माण्डला, देवगढ़, चांदा, खेङला
- गौंड शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई ?
गौंड शब्द की उत्पत्ति खोण्डा से हुई है जिसका अर्थ है पहाड़ी - गौंड जनजाति कहां निवास करती है ?
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, तेलगाना, महाराष्ट्र, उड़ीसा व असम । - पटेल या मुखादम किसे कहते हैं ?
गौंड जनजाति में गांव के मुखिया को पटेल या मुखादम कहते हैं - सगा किसे कहते हैं ?
गौंड जनजाति में गौंडों के चार मुख्य वर्गों को सगा कहा जाता है - कोतवार व देबारी क्या होते हैं ?
गौंड जनजाति में गांव के चौकीदार को कोतवार तथा गांव के पुजारी व पुरोहित को देबारी कहा जाता है - कबाड़ी प्रथा से क्या अभिप्राय है ?
गौंड जनजाति में छोटे से कर्ज को चुकाने के लिए ऋणी की कई पीढ़ियों को साहूकारों के गुलामों की भांति कार्य करना पड़ता है इस प्रथा को कबाड़ी प्रथा कहते हैं - पेंडा कृषि क्या है ?
गोंड जनजाति द्वारा मध्य प्रदेश के बस्तर में तीव्र पहाड़ी ढालों पर सीढीदार खेतों पर की जाने वाली कृषि पेंडा कृषि कहलाती है - दीप्पा कृषि क्या है ?
दीप्पा कृषि गोंड जनजाति द्वारा की जाने वाली झूमिंग कृषि का एक प्रकार है जिसमें भूमि पर दो-तीन वर्ष खेती करने के बाद उसे पङत छोड़ दिया जाता है - धूलिया व प्रधान किसे कहते हैं ?
धूलिया गौंडों की प्रमुख गायक जाति है तथा प्रधान गौंडों की मान्यताओं एवं इतिहास को गाकर लोगों को सुनाते हैं - गोंड जनजाति के सामाज एवं सांस्कृति को स्पष्ट कीजिए
1.गौंड जनजाति मे पितृसत्तात्मक समाज पाया जाता है तथा सबसे बुजुर्ग पुरुष परिवार का मुखिया होता है
2.गौंड जनजाति मे सेवा विवाह, हरण विवाह, विनिमय विवाह व विधवा विवाह का प्रचलन है विवाह समारोह का आयोजन जल स्रोत के पास या आम के पेड़ के नीचे किया जाता है
3.गौंड जनजाति में आपसी विवादों का निपटारा पंचायत करती है
4.गौंड द्रविङियन भाषा परिवार से संबंधित गौंडी भाषा बोलते है
5.गौंड नृत्य व गीतों के साथ उत्सव व त्यौहार मनाते है भूतकाल में मुर्गो को लङाकर मनोरंजन करते थे
6.बङा देवी, श्री शंभूनाथ महादेव, परसा पेन, शीतला माता व छोटी माता गौंडो के प्रमुख देवी-देवता है - गोंड जनजाति की आर्थिक क्रियाओं को स्पष्ट कीजिए
आखेट और झूमिंग कृषि गोंड जनजाति का प्रमुख व्यवसाय है ये वनोत्पाद संग्रह, पशुपालन व मछली पकड़ने का कार्य भी करते हैं दीप्पा कृषि तथा पैंडा कृषि झूमिंग कृषि के दो रूप है कुरुख, केवट व धीवर गौंड मछली पकड़ने का कार्य करते हैं तथा रावत गोंड पशु पालन करते हैं
1.आखेट- गौौड जानवरों का शिकार करते हैं
2.भोजन- कोदू व कुटकी गौंडों के मुख्य खाद्यान्न है ये उत्सव व त्यौहार पर चावल बनाते हैं शिकार व बलि से प्राप्त जानवरों का मांस भी खाते हैं
3.वस्त्र -पुरुष धोती तथा स्त्रियां साड़ी व चोली पहनती है स्त्रिय शरीर पर गोदना गुदवाती है
4. निवास गृह- इनके मकान घास-फूस व मिट्टी के बने होते हैं घर में पूजाघर जरूर होता है
5.औजार व बर्तन- गोंड खुरपी, फावड़ा, कुल्हाड़ी, तीर के नोक आदि औजार काम मे लेते हैं ये घर में चारपाई , लकड़ी के स्टूल व दरियां रखते हैं
भील
- भीलों का मार्गदर्शक क्या कहलाता है
बोलावा - भीलों का रण घोष क्या है
फाईरे -फाईरे - एकलव्य और शबरी का संबंध किस जनजाति से है
भील - भीलो के गाँव (पाल) का मुखिया क्या कहलाता है
गमेती - भील जनजाति का मुख्य भोजन क्या है
मक्का - भील जनजाति की उत्पत्ति किससे मानी गई है
महादेव के पुत्र निषाद से - फलां व पाल किसे कहते हैं
भीलों के छोटे गांव फलां तथा बड़े गांव पाल कहलाते हैं - भील शासित चार स्थानों के नाम बताइये
डगारिया(डूंगरपुर), बासिया(बांसवाडा), कोटिया(कोटा), देआवा(उदयपुर) - भील जनजाति का प्रसिद्ध बेणेश्वर मेला कहां लगता है
बेणेश्वर मेला माघ पूर्णिमा को सोम, जाखम व माही नदियों के संगम पर स्थित बेणेश्वर (डूंगरपुर) नामक स्थान पर लगता है - फटकिया किसे कहते हैं
भील जनजाति द्वारा पक्षियों को पकड़ने के लिए एक फंदे का प्रयोग किया जाता है जिसे फटकिया कहते हैं - दापा क्या होता है
भील जनजाति में वर पक्ष द्वारा वधु पक्ष को दिया जाने वाला कन्या का मूल्य दापा कहलाता है - चिमाता व दजिया क्या है
भीलों द्वारा पहाङी ढालो पर की जाने वाली कृषि को चिमाता तथा भीलों द्वारा मैदानी क्षेत्र में की जाने वाली खेती को दजिया कहते है - गोल गाधेड़ो प्रथा क्या है
भील जनजाति के युवक द्वारा शूरवीरता व साहस का कार्य दिखाकर शादी हेतु युवती को चुनने का अधिकार प्राप्त करना गोल गधेड़ो प्रथा कहलाती है - जनजाति किसे कहते हैं ?
लोगों का ऐसा समूह जो सामाजिक रीति रिवाजों व सांस्कृतिक परंपराओं द्वारा एक दूसरे से घनिष्ठ रूप से संबंधित होता है जनजाति कहलाता है। - भीलों की शारीरिक संरचना लिखिए
भीलो का रंग काला, नाक चौङी, आंखे लाल, तथा जबङा बाहर निकला होता है
इनका शरीर सुगठित व सुडौल तथा कद छोटा होता है - भारत में भील किन राज्यों में पाये जाते हैं
1.राजस्थान -बांसवाडा, डूंगरपुर, उदयपुर, चितौङगढ
2.मध्यप्रदेश -धार, झाबुआ, रथलाम
3.गुजरात -पंचमहल, बङोदरा
4.महाराष्ट्र म - औरंगाबाद, अहमदनगर, जलगांव, नासिक, धुले - भील जनजाति की सामाजिक एवं सांस्कृतिक विशेषताएं लिखिए
1.भीलो का परिवार पितृसत्तात्मक होता है तथा इनमें बहुपत्नी प्रथा प्रचलित है
2. विवाह का प्रस्ताव वर पक्ष की ओर से आता है जिसमें वर के पिता को कन्या का मूल्य (दापा) देना पड़ता है
3.भील प्रकृति पूजक होते हैं तथा कृषि यंत्रों की पूजा करते हैं
4.भील अंधविश्वासी होते हैं तथा भूत-प्रेत में विश्वास करते हैं
5.घूमर व गैर भीलों के प्रमुख नृत्य तथा होली व दीपावली प्रमुख त्यौहार है - विश्व में पाई जाने वाली प्रमुख जनजातियों के निवास स्थान बताइए ।
1.ध्रुवीय व टुन्ड्रा प्रदेश- एस्किमो, सैमोयड्स
2.विषुवत रेखीय सघन वन- पिग्मी, सकाई, सेमांग
3.उष्ण व शुष्क कालाहारी मरुस्थल -बुशमैन
4.उष्ण कटिबंधीय घास के मैदान -मसाई व बद्दू
5.सम शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान- खिरगीज
6.दुर्गम पहाड़ी व पठारी क्षेत्र- भील, गोंड, संथाल, मीणा, नागा - भील जनजाति के आर्थिक क्रियाकलाप को स्पष्ट कीजिए
भील जनजाति की आजीविका का मुख्य आधार खाद्य संग्रह, आखेट, आदिम कृषि व पशुपालन है
1.आखेट- यह लोग तीर कमान से पशुओं का शिकार करते हैं पुरुष मछइली पकड़ने का कार्य भी करते हैं इनके द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों में की जाने वाली झूमिंग कृषि को चिमाता तथा मैदानी क्षेत्रों में की जाने वाली झूमिंग कृषि को दजिया कहते हैं
2.भोजन -मक्का भीलों का प्रिय भोजन है उत्सव व त्यौहार पर चावल एवं लापसी बनाते हैं तथा छाछ व आटे की राबड़ी बनाते हैं
3.वस्त्र -सामान्य वस्त्र पहनते हैं पुरुष कमीज धोती साफा या पैंट शर्ट तथा स्त्रियों घाघरा काँचली व लुगड़ी पहनती है
4.निवास गृह- इनके घर मिट्टी, पत्थर व बांस के बने होते हैं छत खपरैल की बनी होती है वर्तमान में पक्के मकान भी मिलते हैं
5.औजार व बर्तन- धनुष-बाण, तलवार व खंजर इनके प्रमुख अस्त्र-शस्त्र है हरियो व रोबदो दो प्रकार के बाण काम में लेते हैं घरों में मिट्टी के बर्तन, चक्की व पालना जरूर होता है
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