- भूगोल का अर्थ :-भूगोल अर्थात Geography शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग यूनानी (Greek) विद्वान ईरेटॉस्थनीज नें किया था। Geography शब्द यूनानी (Greek) भाषा के Geographia शब्द से लिया गया है जो दो शब्दों Geo और Graphia से मिलकर बना है जिसमें Geo का अर्थ है “पृथ्वी” तथा Graphia का अर्थ है “वर्णन करना” अर्थात भूगोल का शाब्दीक अर्थ है पृथ्वी का वर्णन करना। चूंकि पृथ्वी पर मानव निवास करता है अतः भूगोल में पृथ्वी का मानव के निवास के रूप में वर्णन किया जाता है एक विषय के रूप में भूगोल का मुख्य सरोकार (प्रयोजन) पृथ्वी को मानव का घर समझते हुए उन सभी तत्वों का अध्ययन करना है जिन्होनें मानव पोषित किया है
- भूगोल की परिभाषारिचर्ड हार्टशोर्न के अनुसार "भूगोल का उद्देश्य धरातल की प्रादेशिक /क्षेत्रीय भिन्नता का वर्णन एवं व्याख्या करना है।"अलप्रेफड हैटनर के अनुसार "भूगोल धरातल के विभिन्न भागों में कारणात्मक रूप से संबंधित तथ्यों में भिन्नता का अध्ययन करता है।"भूगोल में उन सभी तथ्यों का अध्ययन किया जाता है जो क्षेत्रीय संदर्भ में भिन्न होते हैं। तथा इन तथ्यों में विभिन्नताओं के कारणों का भी अध्ययन किया जाता है
- एक वैज्ञानिक विषय के रूप में भूगोल 3 प्रश्नों के उत्तर खोजता है
1. कुछ प्रश्न धरातल पर पाए जाने वाले प्राकृतिक व सांस्कृतिक तत्वों की पहचान से जुड़ होते है जो क्या "प्रश्न" का उत्तर देते है
2. कुछ प्रश्न पृथवी पर प्राकृतिक व सांस्कृतिक तत्वों के वितरण से सम्बंधित होते है जो "कहाँ" प्रश्न का उत्तर देते है
3. तीसरा प्रश्न तत्वों व तथ्यों के मध्य कार्य - कारण सम्बन्ध से जुड़ा होता है जो "क्यों" प्रश्न का उत्तर देता है इन तीनो प्रश्नों ने भूगोल को एक वैज्ञानिक विषय के रूप में स्थापित करने में मदद की है - भूगोल के अध्ययन के उपागम
1. विषय वस्तुगत या क्रमबद्ध उपागम।
2. प्रादेशिक उपागम
- विषय वस्तुगत या क्रमबद्ध उपागमविषय वस्तुगत (क्रमबद्ध) उपागम में एक विशिष्ट भौगोलिक तथ्य का पूरे विश्वस्तर पर अध्ययन किया जाता है। फिर उस तथ्य के क्षेत्रीय स्वरूप के वर्गीकृत प्रकारों की पहचान की जाती है।उदाहरणार्थ, यदि कोई प्राकृतिक वनस्पति के अध्ययन में रूचि रखता है, तो सर्वप्रथम विश्व स्तर पर उसका अध्ययन किया जायेगा, फिर प्रकारात्मक वर्गीकरण, जैसे विषुवतरेखीय सदाबहार वन, नरम लकड़ीवाले कोणधारी वन अथवा मानसूनी वन इत्यादि की पहचान, उनका विवेचन तथा सीमांकन करना होगा। विषय वस्तुगत या क्रमबद्ध उपागम एक जर्मन भूगोलवेत्ता, अलेक्जेंडर वॉन हम्बोल्ट द्वारा प्रतिपादित किया गया
- प्रादेशिक उपागम
प्रादेशिक उपागम में विश्व को विभिन्न प्रेदेशो में विभक्त कर एक विशेष प्रदेश में सभी भौगोलिक तथ्यों का अध्ययन किया जाता है प्रादेशिक उपागम का विकास जर्मन भूगोलवेत्ता कार्ल रिटर द्वारा किया गया। प्रादेशिक उपागम में विश्व को विभिन्न पदानुक्रमिक स्तर के प्रदेशों में विभक्त किया जाता है और फिर एक विशेष प्रदेश में सभी भौगोलिक तथ्यों का अध्ययन किया जाता है। ये प्रदेश प्राकृतिक, राजनीतिक या निर्दिष्ट (नामित) प्रदेश हो सकते हैं।
भूगोल की शाखाएँ
विषयवस्तुगत या क्रमबद्ध उपागम के आधार पर
(अ) भौतिक भूगोल 1. भू- आकृति विज्ञान
2. जलवायु विज्ञान
3.समुद्र विज्ञान
4. मृदा भूगोल
(ब) मानव भूगोल 1. सामाजिक भूगोल
2. सांस्कृतिक भूगोल
3. जनसंख्या भूगोल
4. अधिवास भूगोल
5. आर्थिक भूगोल
6. ऐतिहासिक भूगोल
5. राजनीतिक भूगोल
(स) जीव भूगोल 1. प्राणी भूगोल
2. वनस्पति भूगोल
3. पर्यावरण भूगोल
4. पारिस्थितिकी
प्रादेशिक उपागम के आधार पर
(अ) प्रादेशिक अध्ययन 1. स्थूल प्रादेशिक अध्ययन
2. मध्यम प्रादेशिक अध्ययन
3. सूक्ष्म प्रादेशिक अध्ययन
(ब) प्रादेशिक नियोजन 1. ग्रामीण नियोजन
2. शहर एवं नगर नियोजन
(स) प्रादेशिक विकास
(द) प्रादेशिक विश्लेषण
- भूगोल एक समाकलन विषय के रूप मेंभूगोल एक संश्लेषणात्मक विषय है जो क्षेत्रीय संश्लेषण का प्रयास करता है भूगोल के अध्ययन में समग्रात्मक दृष्टिकोण अपनाया जाता है यह इस तथ्य को मानता है कि विश्व एक परस्पर निर्भर तंत्र है। तीव्र एवं कुशल परिवहन के विकास से दूरियां कम हो गई हैं और समस्त संसार एक वैश्विक ग्राम बन गया है। श्रव्य-दृश्य माध्यमों एवं सूचना तकनीकी ने आंकड़ों को बहुत समृद्ध बना दिया है। समाकलन विषय होने के कारण भूगोल का बहुत से प्राकृतिक एवं सामाजिक विज्ञानों से अंतरापृष्ठ संबंध पाया जाता है।भौतिक भूगोल का प्राकृतिक विज्ञानों के साथ संबंध:-भौतिक भूगोल का प्राकृतिक विज्ञानों के साथ गहरा संबंध है। भौतिक भूगोल की विभिन्न शाखाएँ अपने से संबंधित विज्ञानों से सूचनाएं प्राप्त करती हैं। अतःपरंपरागत रूप में भौतिक भूगोल भौमिकी, मौसम विज्ञान, जल विज्ञान, मृदा विज्ञान से संबंधित है। अतः भू-आकृति विज्ञान, जलवायु विज्ञान, सामुद्रिक विज्ञान, मृदा भूगोल का प्राकृतिक विज्ञान से निकट का संबंध है। इसी प्रकार जैव-भूगोल का जीव विज्ञान, वनस्पति शास्त्र तथा पारिस्थितिकी विज्ञान से निकट का संबंध है।भूगोल का प्राकृतिक विज्ञान से संबंधभूगोल प्राकृतिक विज्ञानभू- आकृति विज्ञान ⇔ भू- विज्ञानजलवायु विज्ञान ⇔ मौसम विज्ञानंसमुद्र विज्ञान ⇔ जल-विज्ञानमृदा भूगोल ⇔ मृदा विज्ञानपादप भूगोल ⇔ वनस्पति विज्ञानप्राणी भूगोल ⇔ प्राणी विज्ञानभूगोल का सामाजिक विज्ञान से संबंधमानव भूगोल ⇔ सामाजिक विज्ञानसामाजिक भूगोल ⇔ समाजशास्त्रसांस्कृतिक भूगोल ⇔ मानव शास्त्रजनसंख्या भूगोल ⇔ जनांकिकीआर्थिक भूगोल ⇔ अर्थशास्त्रऐतिहासिक भूगोल ⇔ इतिहासराजनीतिक भूगोल ⇔ राजनीति विज्ञानपर्यावरण भूगोल ⇔ पारिस्थितिकी
- भौतिक भूगोल का महत्त्व1. भौतिक पर्यावरण के सभी तत्व मानव के लिए उपयोगी है और इन सभी तत्वों का अध्ययन भौतिक भूगोल में किया जाता है भौतिक भूगोल में भूमण्डल, वायुमण्डल, जलमण्डल एवं जैवमण्डल का अध्ययन किया जाता है।2. मिट्टियाँ मृदा-निर्माण प्रक्रिया के माध्यम से निर्मित होती हैं तथा वे मूल चट्टान, जलवायु, जैविक प्रक्रिया एवं कालावधि पर निर्भर करती हैं। कालावधि मिट्टियों को परिपक्वता प्रदान करती है तथा मृदा पार्श्विका के विकास में सहायक होती है। मिट्ट की उर्वरता प्रकृति से निर्धारित तथा संस्कृति से प्रेरित होती है। मृदा पौधों, पशुओं एवं सूक्ष्म जीवाणुओं के धारक जीवमंडल के लिए आधार प्रदान करती है।मृदा एक नवीकरणीय/पुनः स्थापनीय संसाधन है जो अनेक आर्थिक क्रियाओं, जैसे कृषि को प्रभावित करती है। मृदा निर्माण का अध्ययन भौतिक भूगोल में किया जाता है3. भू-आकृतियाँ आधार प्रस्तुत करती हैं जिस पर मानवीय क्रियाएँ संपन्न होती हैं। मैदानों का प्रयोग कृषि कार्य के लिए किया जाता है, जबकि पठारों पर वन तथा खनिज संपदा पाए जाते है। पर्वत, चरागाहों, वनों, पर्यटक स्थलों के आधार तथा निम्न क्षेत्रों को जल प्रदान करने वाली नदियों के स्रोत होते हैं। विभिन्न प्रकार की भू-आकृतियों का अध्ययन भौतिक भूगोल में किया जाता है4. जलवायु हमारे घरों के प्रकार, वस्त्र व भोजन को प्रभावित करती है। जलवायु का वनस्पति, सस्य प्रतिरूप, पशुपालन एवं कुछ उद्योगों आदि पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।5. हम संसाधनों के भंडार समुद्र का अध्ययन करते हैं। मछली एवं अन्य समुद्री भोजन के अतिरिक्त खनिजों की दृष्टि से भी सम्पन्न है।6. भौतिक भूगोल प्राकृतिक संसाधनों के मूल्यांकन एवं प्रबंधन करती है। भौतिक पर्यावरण संसाधन प्रदान करता है एवं मानव इन संसाधनों का उपयोग करते हुए अपना आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास सुनिश्चित करता है। तकनीकी की सहायता से संसाधनों के बढ़ते उपयोग ने विश्व में पारिस्थैतिक असंतुलन उत्पन्न कर दिया है। अतएव सतत् विकास के लिए भौतिक वातावरण का ज्ञान अति आवश्यक है जो भौतिक भूगोल के अध्ययन से प्राप्त होता है
- निम्नलिखित में से किस विद्वान् ने भूगोल (Geography) शब्द (Term) का प्रयोग किया?(क) हेरोडटस (ख) गौलिलियो(ग) इरेटास्थेनिज़ (घ) अरस्तू (ग)
- निम्नलिखित में से किस लक्षण को भौतिक लक्षण कहा जा सकता है?(क) बंदरगाह (ख) मैदान(ग) सड़क (घ) जल उद्यान (ख)
- स्तंभ I एवं II के अंतर्गत लिखे गए विषयों को पढ़िएस्तंभ I प्राकृतिक/सामाजिक विज्ञान स्तंभ IIभूगोल की शाखाएँ1. मौसम विज्ञान अ. जनसंख्या भूगोल2. जनांकिकी ब. मृदा भूगोल3. समाजशास्त्र स. जलवायु विज्ञान4. मृदा विज्ञान द. सामाजिक भूगोलसही मेल को चिह्नांकित कीजिए(क) 1ब, 2स, 3अ, 4द (ख) 1द, 2ब, 3स, 4अ(ग) 1अ, 2द, 3ब, 4स (घ) 1स, 2अ, 3द, 4ब (घ)
- निम्नलिखित में से कौन सा प्रश्न कार्य-कारण संबंध से जुड़ा हुआ है?(क) क्यों (ख) क्या(ग) कहाँ (घ) कब (क)
- निम्नलिखित में से कौन सा विषय कालिक संश्लेषण करता है?(क) समाजशास्त्र (ख) मानवशास्त्र(ग) इतिहास (घ) भूगोल (ग)
- आप विद्यालय जाते समय किन महत्वपूर्ण सांस्कृतिक लक्षणों का पर्यवेक्षण करते हैं? क्या वे सभी समान हैं अथवा असमान? उन्हें भूगोल के अध्ययन में सम्मिलित करना चाहिए अथवा नहीं? यदि हाँ तो क्यों ?विद्यालय जाते समय हम मकान, मंदिर, मस्जिद, अस्पताल , सड़क, बाज़ार , कार्यालय तथा मानव निर्मित कई अन्य महत्वपूर्ण सांस्कृतिक लक्षणों का पर्यवेक्षण करते हैं ये सभी सांस्कृतिक लक्षण असमान हैं इन सांस्कृतिक लक्षणों को भूगोल के अध्ययन में सम्मिलित करना चाहिए क्योंकि सभी सांस्कृतिक लक्षणों का अध्ययन मानव भूगोल में किया जाता हैं
- आपने एक टेनिस गेंद, क्रिकेट गेंद, संतरा एवं लौकी देखा होगा| इनमें से कौन सी वस्तु की आकृत्ति पृथ्वी की आकृत्ति से मिलती-जुलती है? आपने इस विशेष वस्तु को पृथ्वी की आकृत्ति को वर्णित करने के लिए क्यों चुना है?टेनिस गेद, करकेट गेद, संतरा एवं लौकी मे से संतरे की आकृति पृथ्वी से मिलती-जुलती है, क्योंकि पृथ्वी का आकार पूरी तरह गोल नहीं हैं बल्कि पृथ्वी संतरे की तरह धुर्वों पर चपटी है अर्थार्त पृथवी का आकार भू -आभ (Geoid) है हमने संतरे को पृथ्वी की आकृत्ति को वर्णित करने के लिए इसलिए चुना है क्योंकि यह फल पृथ्वी के समान दोनों सिरों पर चपटा होता है
- क्या आप अपने विद्यालय में वन महोत्सव समारोह का आयोजन करते हैं? हम इतने पौधारोपण क्यों करते हैं ? वृक्ष किस प्रकार पारिस्थैतिक संतुलन बनाए रखते हैं?हाँ, हमारे विद्यालय में वन महोत्सव समारोह का आयोजन किया जाता हैं इस समारोह पर हम अधिक से अधिक पौधारोपण करते हैं क्योंकि वनों की कमी को पौधारोपण से पूरा किया जाता हैं पौधे पारिस्थतिकी संतुलन बनाए रखतेहै वृक्ष वायुमंडल में ऑक्सीजन व कार्बन डाइ ऑक्साइड का संतुलन बनाये रखते है पौधे खाद्य श्रंखला का महत्वपूर्ण घटक होते है पौधे वर्षा में सहायक है जिससे जल चक्र चलता है पौधे पारिस्थैतिक तंत्र में उत्पादक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है
- आपने हाथी, हिरण, केंचुए, वृक्ष एवं घास देखा है| वे कहाँ रहते व बढ़ते हैं? उस मंडल को क्या नाम दिया गया है? क्या आप इस मंडल के कुछ लक्षणों का वर्णन कर सकते हैं?पृथ्वी के जिस परिवेश में जीवन के पाए जाने की संभावना हो उसे जैव मंडल कहा जाता हैअतः जिस परिवेश में हाथी, हिरण, केंचुए, वृक्ष एवं घास रहते व बढ़ते हैं उसे जैवमंडल कहते हैजैवमंडल के प्रमुख लक्षण1. जैवमंडल में जीवन पाया जाता है2. जैवमंडल में स्थलडल, वायुमंडल, जलमंडल एक-दूसरे से मिलकर जीवन को संभव बनातेहै,3. जैवमंडल के दो घटक होते है जैविक घटक व अजैविक घटक
- आपको अपने निवास से विद्यालय जाने में कितना समय लगता है? यदि विद्यालय आपके घर की सड़क के उस पार होता तो आप विद्यालय पहुँचने में कितना समय लेते? आने-जाने के समय पर आपके घर एवं विद्यालय के बीच की दूरी का क्या प्रभाव पड़ता है? क्या आप समय को स्थान या, इसके विपरीत, स्थान को समय में परिवर्तित कर सकते हैं?मुझे अपने निवास से विद्यालय जाने में पंद्रह मिनट लगता है| यदि विद्यालय मेरे घर की सड़क के उस पार होता तो मुझे विद्यालय पहुँचने में पांच मिनट लगते मेरे निवास और विद्यालय के बीच लंबी दूरी की वजह से मुझे विद्यालय पंहुचने में अधिक समय लगता है जिससे मेरा पढ़ाई व खेलने का समय प्रभावित होता है स्थान को समय में परिवर्तित कर सकते हैं जैसे अमुक स्थान यहाँ से 15 मिनट दूर है परन्तु समय को स्थान में नहीं बदल सकते है
- पृथ्वी का आकार कैसा है?भू-आभ(Geoid)
- G.I.S का पूरा नाम लिखोभौगोलिक सूचना तंत्र (Geographical Information System)
- G.P.S. का पूरा नाम लिखोवैश्विक स्थितीय तंत्र(Global Positioning System)
- LIS का पूरा नाम लिखिएभू- सूचना प्रणाली(Land Information System)
- "भूगोल का उद्देश्य धरातल की प्रादेशिक/ क्षेत्रीय विभिन्नता का वर्णन एवं व्याख्या करना है।” भूगोल की यह परिभाषा किसकी विद्वान की है ?रिचर्ड हार्टशोर्न
- भूगोल का कौन सा उपागम अलेक्जेंडर वॉन हंबोल्ट द्वारा शुरू किया गया?विषय वस्तुगत या क्रमबद्ध उपागम।
- प्रादेशिक उपागम किस विद्वान की देन है?कार्ल रिटर द्वारा
- भूगोल क्या हैसरल शब्दों में भूगोल "गोल पृथ्वी का वैज्ञानिक वर्णन करने वाला विषय है"।
- भूगोल के अध्ययन के दो प्रमुख उपागम क्या हैं?1. विषय वस्तुगत या क्रमबद्ध उपागम।2. प्रादेशिक उपागम।
- ”भूगोल धरातल के विभिन्न भागों में कारणात्मक रूप से संबंधित तथ्यों में भिन्नता का अध्ययन करता है।”यह किस विद्वान की परिभाषा है?अलफ्रेड हैटनर
- मानव भूगोल की कोई चार शाखाएँ बताएँ।राजनीतिक भूगोल,आर्थिक भूगोल, जनसंख्या भूगोल, सांस्कृतिक भूगोल, ऐतिहासिक भूगोल।
- ज्योग्राफी(Geography) शब्द किस भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है और उनका अर्थ क्या है?जियोग्राफी शब्द ग्रीक (यूनानी ) भाषा के दो शब्दों Geo तथा graphos से बना है। Geo का अर्थ है- पृथ्वी तथा graphos का अर्थ है- वर्णन करना अर्थार्त पृथ्वी का वर्णन करना
- भूगोल के अध्ययन के विषय वस्तुगत (क्रमबद्ध) उपागम से आप क्या समझाते हैविषय वस्तुगत (क्रमबद्ध) उपागम में एक विशिष्ट भौगोलिक तथ्य का पूरे विश्वस्तर पर अध्ययन किया जाता है।
- प्रादेशिक उपागम क्या हैप्रादेशिक उपागम में विश्व को विभिन्न प्रेदेशो में विभक्त कर एक विशेष प्रदेश में सभी भौगोलिक तथ्यों का अध्ययन किया जाता है
- भौतिक भूगोल किसे कहते है
- एक वैज्ञानिक विषय के रूप में भूगोल किन 3 प्रश्नों के उत्तर खोजता है ?1. कुछ प्रश्न धरातल पर पाए जाने वाले प्राकृतिक व सांस्कृतिक तत्वों की पहचान से जुड़ होते है जो क्या "प्रश्न" का उत्तर देते है2. कुछ प्रश्न पृथवी पर प्राकृतिक व सांस्कृतिक तत्वों के वितरण से सम्बंधित होते है जो "कहाँ" प्रश्न का उत्तर देते है3. तीसरा प्रश्न तत्वों व तथ्यों के मध्य कार्य - कारण सम्बन्ध से जुड़ा होता है जो "क्यों" प्रश्न का उत्तर देता है इन तीनो प्रश्नों ने भूगोल को एक वैज्ञानिक विषय के रूप में स्थापित करने में मदद की
भूगोल की वह शाखा जिसमे भौतिक पर्यावरण का अध्ययन किया जाता है भौतिक भूगोल कहलाती है