- 2001 में विश्व की जनसंख्या कितनी थी ?
613.71 करोङ - 2013 में विश्व की जनसंख्या कितनी थी ?
714 करोड - विश्व के सर्वाधिक व न्यूनतम जनसंख्या वाला महाद्वीप कौन से है ?
एशिया (60.27%) व ओसेनिया (.50%) - भूमध्यसागरीय प्रदेश किस कारण से आरंभिक काल से ही घने बसे हुए हैं ?
सुखद जलवायु के कारण - 2018 के अनुसार विश्व में एशिया महाद्वीप का जनसंख्या घनत्व कितना है
146व्यक्ति प्रति वर्ग किमी - जापान का कोबेन ओसाका प्रदेश किस कारण सघन बसा हुआ है ?
उद्योगों की उपस्थिति के कारण - संसार का सबसे बड़ा जनसमूह कौन सा है ?
एशिया - विश्व का सबसे नवीन व विकसित जनसमूह कौनसा है
अमेरिकी जनसमूह - किस जनसमूह का विकास यूरोपीय प्रवास के कारण हुआ ?
अमेरिकी जनसमूह - विश्व का जनसंख्या घनत्व कितना है ?
47 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी - जनांकिकीय संक्रमण की किस अवस्था में राष्ट्र की मानव शक्ति दुर्बल हो जाती है
पंचम अवस्था में - जनसंख्या संक्रमण सिद्धांत के अनुसार भारत कौन सी अवस्था में आता है ?
तृतीय अवस्था में( उच्च जन्म दर एवं मध्यम मृत्यु दर) - सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला देश कौन सा है (2013)
बांग्लादेश (1088 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर) - विश्व के सर्वाधिक जनसंख्या वाले पांच देशों के नाम लिखिए।
1.चीन 2.भारत 3.संयुक्त राज्य अमेरिका 4.इण्डोनेशिया 5. ब्राजील - जनसंख्या वितरण से क्या अभिप्राय है ?
पृथ्वी तल पर जनसंख्या का स्थानिक फैलााव ही जनसंख्या वितरण कहलाता हैं जनसंख्या वितरण जनसमूह के स्थानिक वितरण को बताता है - उत्तरी अमेरिका में जनसंख्या का सर्वाधिक संकेंद्रण किस प्रदेश में है ?
उत्तरी अमेरिका में जनसंख्या का सर्वाधिक संकेंद्रण उत्तरी-पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका तथा दक्षिणी-पूर्वी कनाडा में है - जनसंख्या वृद्धि से क्या अभिप्राय है?
किसी भौगोलिक क्षेत्र की जनसंख्या के आकार में निश्चित समय में होने वाले परिवर्तन को जनसंख्या वृद्धि कहलाता है - जनसंख्या वृद्धि दर से क्या अभिप्राय है ?
जनसंख्या वृद्धि को प्रतिशत में व्यक्त करना जनसंख्या वृद्धि दर कहलाती है - जनसंख्या महासमूह किसे कहते हैं ?
विश्व की जनसंख्या का बड़ा भाग विश्व के चार विशाल क्षेत्रों में निवास करता है जिन्हें जनसंख्या महासमूह कहते हैं। - जनसंख्या घनत्व से क्या अभिप्राय है ?
प्रति वर्ग किलोमीटर में निवास करने वाले लोगों की संख्या जनसंख्या घनत्व कहलाती है जनसंख्या घनत्व जनसंख्या जमाव की मात्रा का मापन है - विश्व जनसंख्या वृद्धि से उत्पन्न समस्याओं के समाधान लिखिए
1.प्राकृतिक संसाधनों का अनुकूलतम प्रयोग कर आर्थिक उत्पादन बढ़ाना
2.सीमित प्राकृतिक संसाधनों के अतिदोहन पर रोक
3.शिक्षा, विज्ञान व तकनीकी का प्रसार
4.कृषि का नवीनीकरण
5.सागरीय संसाधनों का उपयोग
6.जनसंख्या का अल्प बसे क्षेत्रों से प्रवास
7.देरी से विवाह व परिवार नियोजन अपनाना - जनसंख्या वृद्धि की विशेषताएं लिखिए ।
●1650 से 1750 ई. तक एशिया व यूरोप में साधारण जनसंख्या वृद्धि हुई ।अफ्रीका में जनसंख्या घटी। उत्तरी व दक्षिणी अमेरिका में जनसंख्या बहुत कम थी
●1750 से 1900 ई. तक सभी महाद्वीपों में जनसंख्या बढी परंतु एशिया, यूरोप व उत्तरी अमेरिका में वृद्धि ज्यादा हुई
●बीसवीं शताब्दी में जनसंख्या वृद्धि की दर बहुत तेज हो गई। उत्तरी अमेरिका व एशिया में सर्वाधिक वृद्धि हुई
●पिछली तीन शताब्दियों में उत्तरी अमेरिका व दक्षिण अमेरिका में सर्वाधिक वृद्धि हुई तथा सबसे कम वृद्धि अफ्रीका में दर्ज की गई - जनसंख्या वृद्धि के कारण लिखिए ।
1.मृत्यु दर में गिरावट- स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाओं में विस्तार के कारण संक्रामक रोगों व महामारियों पर नियंत्रण पा लिया गया जिससे मृत्यु दर में गिरावट आई और जनसंख्या वृद्धि हुई
2.खाद्य पदार्थों की निश्चित आपूर्ति- यांत्रिक व गहन कृषि, सिंचाई सुविधाओं में विस्तार व उन्नत खाद बीज के उपयोग से कृषि उत्पादन बढ़ा। जिससे खाद्य पदार्थों की आपूर्ति निश्चित हो गई एवं जनसंख्या वृद्धि को प्रोत्साहन मिला
3.औद्योगिक विकास -औद्योगिक विकास से रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई जिससे लोगों का जीवन स्तर सुधरा एवं जीवन प्रत्याशा में वृद्धि हुई फलस्वरुप जनसंख्या वृद्धि को प्रोत्साहन मिला।
4.वैज्ञानिक एवं प्राविधिकी कारण- नवीन अविष्कार से मानव जीवन आरामदायक व सुविधाजनक हुआ जिससे जनसंख्याा वृद्धि हुई।
5.शांति व सुरक्षा- शांति व सुरक्षा से विश्व में जनहानि में गिरावट आई। फलस्वरुप जनसंख्या वृद्धि हुई।
6. प्रवास- प्रवास के कारण कुल जनसंख्याा में तो कोई परिवर्तन नहीं होता है परंतु स्थान विशेष की जनसंख्या में परिवर्तन होता है यूरोपीय निवासियों के उत्तरी अमेरिका , दक्षिण अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया की ओर प्रवास से इन महाद्वीपोंं की जनसंख्या बढ़ गई - विश्व जनसंख्या की समस्या शोचनीय बिंदु क्यों है ?
1.अत्यंत तीव्र और भयावह वृद्धि- वर्तमान में जनसंख्या वृद्धि तीव्र गति से हो रही है यदि यही हाल रहे तो 2040 में विश्व की जनसंख्या 1400 करोड़ हो जाएगी जो एक भयावह स्थिति होगी ।
2.सीमित संसाधन- जनसंख्या का भरण पोषण करने वाले प्राकृतिक संसाधनों की मात्रा निश्चित है अतः अगर जनसंख्या वृद्धि तीव्र गति से होती रही तो ये प्राकृतिक संसाधन शीघ्र ही समाप्त हो जाएंगे।
3.वितरण संकेंद्रित- पृथ्वी पर जनसंख्या का वितरण सर्वत्र समान नहीं है जनसंख्या का संकेंद्रण पृथ्वी के थोड़े से भू भाग पर पाया जाता है अतः जनसंख्या वृद्धि का प्रभाव उस भाग पर अधिक होगा जहां पहले से ही जनसंख्या अधिक है और वहां के लोगों का जीवन स्तर गिर जाएगा
4.प्राकृतिक और मानवीय प्रतिबंध - जब किसी प्रदेश की जनसंख्या का भार वहां के भौतिक संसाधन धारण नहीं कर पाते हैं तो वहां भुखमरी फैल जाती है तथा गरीबी के कारण लोगों का जीवन स्तर इतना नीचे गिर जाता है कि वहां बीमारी व महामारी फैल जाती है और मृत्यु दर बढ़ जाती है जिससे जनसंख्या घटने लगती है ।
5.बिना बसे भू -भागों में निराशा- पृथ्वी का अधिकांश भाग बिना बसा है और भविष्य में भी वहां मानव के बसने की संभावना नहीं है - विश्व जनसंख्या के असमान वितरण प्रारूप का वर्णन कीजिए।
1.विश्व में 90% जनसंख्या केवल 10% भूभाग पर तथा 10% जनसंख्या शेष 90% भू भाग पर निवास करती है
2.विश्व की 80% जनसंख्या सागर तल से 500 मीटर ऊंचे क्षेत्रों में रहती है
3.विश्व की 75% जनसंख्या महाद्वीपों के किनारों पर निवास करती है
4.विश्व की तीन चौथाई जनसंख्या एशिया और यूरोप में रहती है एशिया में विश्व की 60.27% जनसंख्या निवाास करती है जबकि ओशनिया में मात्र आधा प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है
5.विश्व की 85% जनसंख्या उत्तरी गोलार्द्ध में तथा शेष 15% जनसंख्या दक्षिणी गोलार्द्ध में निवास करती है
6.विश्व का दो-तिहाई भाग निर्जनप्राय हैं
7.विश्व की 80% जनसंख्या 20° से 60°उत्तरी अक्षांश के मध्य रहती है 60° उत्तरी अक्षांश से उत्तर में केवल 1% जनसंख्या निवास करती है - जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिए।
1.विश्वव्यापी कारक 2. प्रादेशिक कारक
(i)अवस्थित (i)मृदा
(ii)जलवायु (ii)जल
(iii)धरातल। (iii)वनस्पति
(iv)समुद्र तल से ऊंचाई (iv)खनिज
(v)शक्ति संसाधन
3.सांस्कृतिक कारक- 4.सामायिक कारक
(i)आर्थिक अवस्था (i)वातावरण से अनुकूलन
(ii)उन्नति का स्तर (ii)पारस्परिक निर्भरता
(iii)राजनीतिक स्थिति (iii)धर्म
(iv)मनोवैज्ञानिक (iv)सामाजिक मान्यताएं
(v)परिवहन (v)सामाजिक संरचना
(vi)व्यापार - जनसंख्या घनत्व के प्रकार बताइए ।
1.गणितीय घनत्व- किसी क्षेत्र की कुल जनसंख्या तथा उस क्षेत्र के कुल क्षेत्रफल का अनुपात गणितीय घनत्व कहलाता है 2.आर्थिक घनत्व - किसी क्षेत्र की कुल जनसंख्या तथा उस क्षेत्र के आर्थिक संसाधनों की क्षमता के अनुपात को आर्थिक घनत्व कहते हैं। 3.कार्यिक घनत्व- किस क्षेत्र में निवास करने वाली कुल जनसंख्या तथा कृषि योग्य भूमि के क्षेत्रफल का अनुपात कार्यिक घनत्व कहलाता है 4.कृषि घनत्व-किसी क्षेत्र की कृषि जनसंख्या तथा उस क्षेत्र की कृषि योग्य भूमि के क्षेत्रफ अनुपात कृषि घनत्व कहलाता है 5.पोषण घनत्व- किसी क्षेत्र में निवास करने वाली जनसंख्या तथा क्षेत्र में भोज्य फसलों के क्षेत्रफल का अनुपात पोषण घनत्व कहलाता है - विश्व जनसंख्या वितरण को समझाइए
विश्व को जनसंख्या वितरण की दृष्टि से चार भागों में विभक्त किया जा सकता है
1.सघन जनसंख्या वाले प्रदेश- विश्व के पांच प्रदेशों में सघन जनसंख्या निवास करती है
●पूर्वी एशिया- चीन, जापान, दक्षिण कोरिया व ताइवान
●दक्षिण एशिया- भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल
●दक्षिणी-पूर्वी एशिया - सभी देश
●उत्तरी पश्चिमी यूरोप- ब्रिटेन, जर्मनी, पोलैंड, बेल्जियम, फ्रांस, आयरलैंड, डेनमार्क, स्पेन, इटली ●पूर्वी उत्तरी अमेरिका- उत्तरी-पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका व दक्षिणी पूर्वी कनाडा
2.सामान्य जनसंख्या प्रदेश- इन क्षेत्रों में जनसंख्या निवास के लिए सामान्य दशाएं पाई जाती है तथाअनेक स्थानों पर मानव द्वारा प्रकृति के साथ अनुकूलन भी किया जाता है एंडीज पर्वत (चिली) में तांबे की उपस्थिति के कारण, यूरेनियम शहर (कनाडा) में यूरेनियम की उपस्थिति कारण व ऑस्ट्रेलिया में स्वर्ण की उपस्थिति के कारण जनसंख्या पाई जाती है
3.विरल जनसंख्या वाले प्रदेश- विरल जनसंख्या वाले प्रदेशों में स्थिति उच्चावच व जलवायु की विषम परिस्थितियों के कारण विश्व के 70% भूभाग पर केवल 5% जनसंख्या निवास करती है
4.अति न्यून जनसंख्या वाले प्रदेश- विषम जलवायु व धरातल की कठोरता के कारण विश्व के विशाल भूभाग पर अति न्यून जनसंख्या पाई जाती है जैसे अति शीत प्रदेश, उष्ण व मध्य अक्षांशीय मरुस्थलीय प्रदेश, उच्च धरातलीय प्रदेश, विषुवत रेखीय आर्द्रवन प्रदेश आदि। - जनसंख्या घनत्व की दृष्टि से विश्व की जनसंख्या को वर्गीकृत कीजिए
जनसंख्या घनत्व की दृष्टि से विश्व को पांच भागों में बांटा जा सकता है1. अत्याधिक जनघनत्व वाले क्षेत्र -इन क्षेत्रों में जनसंख्या घनत्व 250 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर से अधिक पाया जाता है इन क्षेत्रों में स्वास्थ्यप्रद जलवायु, समतल भूमि, उपजाऊ मैदान, जल, खनिज, उद्योग एवं परिवहन की अनुकूल दशाओं के कारण सघन जनसंख्या पाई जाती है जैसे पूर्वी एशिया, दक्षिणी एशिया , दक्षिणी पूर्वी एशिया, पश्चिमी एवं मध्यवर्ती यूरोप, पूर्वी उत्तरी अमेरिका इस क्षेत्र मेें सम्मिलित है2. अधिक जनघनत्व वाले क्षेत्र-
इन क्षेत्रो में जनसंख्या घनत्व 100-250 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर पाया जाता है दक्षिण, दक्षिण पूर्वी एवं पूर्वी यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका व अफ्रीका के तटीय भाग इस क्षेत्र में सम्मिलित है
3. सामान्य जनघनत्व वाले क्षेत्र-
इन क्षेत्रों का जनसंख्या घनत्व 10 - 100 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर होता है स्थाई कृषि, पशुचारण वानिकी व मरुस्थल के निकट वाले कृषि क्षेत्रों में कम जनसंख्या घनत्व पाया जाता है एशिया, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और उत्तरी अमेरिका के घास के मैदान इस क्षेत्र में सम्मिलित है
4.कम जनघनत्व वाले क्षेत्र -
इन क्षेत्रों का जनघनत्व 1-10 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर होता है सूडान, लीबिया, कनाडा, अर्जेंटाइना, पेरू व खाड़ी देश की श्रेणी में आते हैं
5.प्राय जन विहीन क्षेत्र
इन क्षेत्रो का जनघनत्व एक व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर से कम होता है स्थल भाग का 70% भाग श्रेणी में आता है इसमें अति सीत व उष्ण प्रदेश, अति उच्च प्रदेश, अति शुष्क प्रदेश सम्मलित है
- जनसंख्या घनत्व को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिए1.भौतिक कारक :-(i) स्थिति - लोग समतल मैदान व मंद ढाल वाले क्षेत्रों में बसना पसंद करते हैं क्योंकि यह क्षेत्र कृषि, परिवहन व उद्योगों के लिए उपयुक्त होते हैं इसलिए गंगा का मैदान सघन बसा है। जबकि पहाड़ी व पर्वतीय क्षेत्र परिवहन, कृषि व उद्योगों लिए अनुपयुक्त होने के कारण यहां जनसंख्या कम पाई जाती है इसलिए एण्डीज पर्वत व हिमालय पर्वत विरल बसे हुए क्षेत्र है(ii)जल की उपलब्धता - लोग उन क्षेत्रों में बसना चाहते हैं जहां जल आसानी से उपलब्ध होता है इसलिए विश्व की महान नदी घाटियां सघन बसी हुई है जल व उपजाऊ मिट्टी की उपलब्धता के कारण प्राचीन सभ्यताओं का विकास नदी घाटियों में हुआ है इन्हीं नदी घाटियों को सभ्यता के पालने कहा जाता है(iii)जलवायु - स्वस्थ व सुखद जलवायु मानव बसाव के लिए अनुकूल होती है क्योंकि स्वस्थ व सुखद जलवायु में मानव की कार्य क्षमता बढ़ती है एवं मानव विकास तीव्र होता है अतः भूमध्यसागरीय प्रदेश सुखद जलवायु के कारण सघन बसे हुए हैं इसके विपरीत अति शीत प्रदेश अति उष्ण व ठंडे मरुस्थल की विषम जलवायु मानव बसाव के लिए अनुकूल नहीं होती है(iv)मृदा- उपजाऊ मृदा कृषि के लिए उपयुक्त होती है इसलिए उपजाऊ दोमट मिट्टी वाले प्रदेश में सघन जनसंख्या पाई जाती है2.आर्थिक कारक :-(Board Exam 2020)(i)खनिज - खनिज संपन्न प्रदेशों में कि वे औद्योगिक विकास के कारण रोजगार के अवसर बढ़ जाते हैं अतः खनिज क्षेत्र जनसंख्या को आकर्षित करते है अफ्रीका की कटंगा ताम्र पेटी ताम्बे की उपलब्धता के कारण सघन बसी हुई है(ii)नगरीकरण- नगर रोजगार, चिकित्सा, शिक्षा, परिवहन व संचार के बेहतर साधन प्रस्तुत करते हैं इसलिए जनसंख्या नगरों की ओर आकर्षित होती है(iii)औद्योगिकीकरण - औद्योगिकीकरण श्रमिकों के साथ-साथ उनके सेवा प्रदाताओं जैसे दुकानदार, बैंककर्मी, डॉक्टर, अध्यापक आदि को भी आकर्षित करते हैं जिसके कारण औद्योगिक क्षेत्रों की जनसंख्या बढ़ जाती है जापान का कोबे-ओसाका प्रदेश उद्योगों की उपस्थिति के कारण सघन बसा हुआ है3.सामाजिक व सांस्कृतिक कारक-सामाजिक एवं सांस्कृतिक महत्व वाले स्थान जनसंख्या को अधिक आकर्षित करते हैं इसलिए सामाजिक रुप से शांति तथा सांस्कृतिक महत्व वाले स्थान सघन बसे होते हैं साथ ही सामाजिक व राजनीतिक अशांति वाले क्षेत्रों को लोग छोड़ कर चले जाते हैं
- जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत क्या है समझाइए ।
इस सिद्धांत के अनुसार जब एक ग्रामीण, खेतिहर एवं अशिक्षित समाज उन्नति करके नगरीय ,औद्योगिक एवं शिक्षित समाज मे बदलता है तो जनसंख्या उच्च जन्म दर व उच्च मृत्युदर से निम्न जन्म दर व निम्न मृत्यु दर में परिवर्तित होने लगती है जनसंख्या में यह परिवर्तन विभिन्न अवस्थाओं में होता है जिन्हें सामूहिक रूप से जनांकिकीय चक्र कहते हैं।
यह जनसंख्या परिवर्तन पांच अवस्था से गुजरता है ।
1.उच्च जन्म दर व उच्च मृत्यु दर -
इस अवस्था में जन्म दर व मृत्यु दर दोनों ही उच्च होने के कारण जनसंख्या वृद्धि बहुत मंद होती है इस अवस्था वाले अधिकतर देश जीवन निर्वाह कृषि पर निर्भर है जैसे सूडान, कांगो, घाना, अंगोला, रोडेशिया, नाइजीरिया आदि ।
2.उच्च जन्म दर व उच्च मृत्यु दर परंतु गिरती हुई -
इस अवस्था में जन्म दर व मृत्यु दर दोनों ही उच्च होती है परंतु स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार के कारण मृत्यु दर गिरती हुई प्रतीत होती है इसलिए जनसंख्या में वृद्धि दिखाई देती है।
3.उच्च जन्म दर मध्यम मृत्यु दर -
इस अवस्था में जन्म दर उच्च एवं मृत्यु दर मध्यम होती है इसलिए जनसंख्या में तीव्र गति से वृद्धि होती है भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान व नेपाल इस अवस्था में है।
4.मध्यम जन्म दर निम्न मृत्यु दर-इस अवस्था में जन्म दर मध्यम तथा मृत्यु दर निम्न होती है इसलिए जनसंख्या नियंत्रित होती प्रतीत होती है चिल्ली, न्यूजीलैण्ड, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटाइना, संयुक्त राज्य अमेरिका, मलेशिया, थाईलैंड, चीन व बांग्लादेश इसी वर्ग में है ।5.निम्न जन्मदर निम्न मृत्यु दर-
इस अवस्था में जन्म दर और मृत्यु दर दोनों ही निम्न होती है अतः जनसंख्या घटने का भय रहता है पश्चिमी यूरोप के सभी देश व जापान इस वर्ग में सम्मिलित है इस अवस्था में पहुंचने पर राष्ट्रों की मानव शक्ति दुर्बल हो जाती है। - विश्व के जनसंख्या महासमूहो का वर्णन कीजिए
A.एशियाई जनसमूह -
1.यह जनसूह 10° से 40° उत्तरी अक्षांशों के मध्य स्थित है
2.यहाँ मानसूनी जलवायु पाई जाती है इसलिए इसे मानसून एशिया भी कहते हैं
3. जापान को छोड़कर संपूर्ण जनसमूह में कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था है
4.यह विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या वाला जनसमूह है
5. इस जनसमूह में चीन सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है
6.एशियाई जनसमूह की प्रमुख समस्या तीव्र जनसंख्या वृद्धि दर है
B.यूरोपीय जनसमूह
1.यह जनसूह 40° से 60° उत्तरी अक्षांशों के मध्य स्थित है परन्तु सर्वाधिक जनसंख्या 45° से 55° उत्तरी अक्षांशों के मध्य कोयला पेटी के सहारे स्थित है इसे ‘यूरोपीय जनसंख्या की धुरी’ कहते हैं
2.यूरोपीय जनसमूह में प्रति व्यक्ति आय अधिक तथा जीवन स्तर ऊंचा है
3.यूरोपीय जनसमूह की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार निर्माण उद्योग, व्यापार एवं यातायात सेवाएँ हैं
4.यूरोपीय जनसमूह की 70% जनसंख्या नगरों में निवास करती है
5. इस जनसमूह में रूस सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है
6.यूरोपीय जनसमूह में जन्म दर व मृत्यु दर कम होने के कारण जनसंख्या वृद्धि स्थिर अवस्था में है
C.अमेरिकी जनसमूह
1.यह विश्व का सबसे नवीन व विकसित जनसमूह है इस जनसमूह संयुक्त राज्य अमेरिका में सर्वाधिक जनसंख्या निवास करती है
2.इस जनसमूह का विकास यरोपीय जनसंख्या के प्रवास के कारण हुआ है
3.यह क्षेत्र आवागमन की सुविधा व खनिज संसाधनों से सम्पन्न है
5. अमेरिकी जनसमूह की 75% जनसंख्या नगरों में निवास करती है
6.जन्म दर एवं मृत्यु दर पर नियंत्रण व बाहरी देशों से आप्रवास पर प्रतिबंध के कारण इस जनसमूह की जनसंख्या वृद्धि नियंत्रित है
D.अफ्रीकी जनसमूह
1.अफ्रीकी जनसमूह आकार की दृष्टि से एशिया के बाद दूसरा बड़ा जनसमूह है
2. इस जनसमूह में नाइजीरिया सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है
3.इस जनसमूह का 70% भाग मरुस्थलीय एवं सघन वनों के कारण निर्जन प्राय है
4.यह विश्व का सबसे पिछड़ा जनसमूह है5. इस जन समूह का संकेंद्रण तीन क्षेत्रो में है नील नदी घाटी, गिनी तट व दक्षिणी अफ्रीका का दक्षिणी व पूर्वी तटीय भाग
6. यहां जन्म दर व मृत्यु दर दोनों ही अधिक है
कक्षा 12 के लिए पाठ्य सामग्री
ReplyDeleteसर आपके प्रश्न प्रारूप वाले नोट्स हमारे छात्र-छात्राओ के लिए पिछले वर्ष से ही बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहे है आपका बहुत बहुत धन्यवाद I
ReplyDeleteकृपया इनके पीडीएफ़ उपलब्ध कराने का कष्ट करे
राकेश कुमार मीना(व्याख्याता)
राउमावि कालाखोह(दौसा)
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Deleteगुड
ReplyDeletebbb
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