2. विश्व जनसंख्या : वितरण, घनत्व और वृद्धि


किसी देश में निवास करने वाले लोग उस देश के संसाधनों का उपयोग करते है तथा उस देश की नित्तियों का निर्धारण करते है इसलिए किसी देश में निवास करने वाले लोग उस देश की वास्तविक पूँजी होते है
विश्व जनसंख्या वितरण के प्रतिरूप
पृथ्वी तल पर जनसंख्या का स्थानिक फैलााव ही जनसंख्या वितरण कहलाता हैं जनसंख्या वितरण जनसमूह के स्थानिक वितरण को बताता है विश्व की जनसंख्या असमान रूप से वितरित है। जॉर्ज बी. क्रेसी ने एशिया में जनसंख्या वितरण के सम्बन्ध में लिखा है कि “एशिया में बहुत अधिक स्थानों पर कम लोग और कम स्थानों पर बहुत अधिक लोग रहते हैं।” जॉर्ज बी. क्रेसी का यह कथन एशिया के साथ-साथ संपूर्ण विश्व पर लागु होता है
वर्तमान में विश्व की कुल जनसंख्या का 90 प्रतिशत भाग कुल स्थलीय भाग के केवल 10 प्रतिशत भाग पर निवास करता है। विश्व के दस सर्वाधिक आबाद देशों में विश्व की लगभग 60 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है इन दस देशों में से छह देश एशिया में अवस्थित हैं। 
जनसंख्या घनत्व
जनसंख्या घनत्व लोगों की संख्या और भूमि के आकार के बीच का अनुपात होता है।प्रति वर्ग किलोमीटर में निवास करने वाले लोगों की संख्या जनसंख्या घनत्व कहलाती है जनसंख्या घनत्व जनसंख्या जमाव की मात्रा का मापन है   

x=176 Ω×5 A220 V=4

यदि‘क’ प्रदेश का क्षेत्रफल 100 वर्ग कि.मी. है और जनसंख्या 15000 है। जनसंख्या का घनत्व निम्नानुसार ज्ञात किया जाता है

x=176 Ω×5 A220 V=4

x=176 Ω×5 A220 V=4

जनसंख्या घनत्व = 150 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी

जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक
1.भौतिक कारक :-
(i) जल की उपलब्धता - लोग उन क्षेत्रों में बसना चाहते हैं जहां जल आसानी से उपलब्ध होता है इसलिए विश्व की महान नदी घाटियां सघन बसी हुई है जल व उपजाऊ मिट्टी की उपलब्धता के कारण प्राचीन सभ्यताओं का विकास नदी घाटियों में हुआ है इन्हीं नदी घाटियों को सभ्यता के पालने कहा जाता है
(ii) भू-आकृति - लोग समतल मैदान व मंद ढाल वाले क्षेत्रों में बसना पसंद करते हैं क्योंकि यह क्षेत्र कृषि, परिवहन व उद्योगों के लिए उपयुक्त होते हैं इसलिए गंगा का मैदान सघन बसा है। जबकि पहाड़ी व पर्वतीय क्षेत्र परिवहन, कृषि व उद्योगों लिए अनुपयुक्त होने के कारण यहां जनसंख्या कम पाई जाती है इसलिए एण्डीज पर्वत व हिमालय पर्वत विरल बसे हुए क्षेत्र है
(iii) जलवायु - स्वस्थ व सुखद जलवायु मानव बसाव के लिए अनुकूल होती है क्योंकि स्वस्थ व सुखद जलवायु में मानव की कार्य क्षमता बढ़ती है एवं मानव विकास तीव्र होता है अतः भूमध्यसागरीय प्रदेश सुखद जलवायु के कारण सघन बसे हुए हैं इसके विपरीत अति उष्ण व ठंडे मरुस्थल की विषम जलवायु मानव बसाव के लिए अनुकूल नहीं होती है
(iv) मृदा- उपजाऊ मृदा कृषि के लिए उपयुक्त होती है इसलिए उपजाऊ दोमट मिट्टी वाले प्रदेश में सघन जनसंख्या पाई जाती है
2.आर्थिक कारक :-
(i) खनिज - खनिज संपन्न प्रदेशों में औद्योगिक विकास के कारण रोजगार के अवसर बढ़ जाते हैं अतः खनिज क्षेत्र जनसंख्या को आकर्षित करते है अफ्रीका की कटंगा ताम्र पेटी ताम्बे की उपलब्धता के कारण सघन बसी हुई है
(ii) नगरीकरण- नगर रोजगार, चिकित्सा, शिक्षा, परिवहन व संचार के बेहतर साधन प्रस्तुत करते हैं इसलिए जनसंख्या नगरों की ओर आकर्षित होती है और ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों की ओर प्रवास होता है फलस्वरूप नगरों की जनसँख्या बढ़ जाती है
(iii) औद्योगिकीकरण - औद्योगिकीकरण श्रमिकों के साथ-साथ उनके सेवा प्रदाताओं जैसे दुकानदार, बैंककर्मी, डॉक्टर, अध्यापक आदि को भी आकर्षित करते हैं जिसके कारण औद्योगिक क्षेत्रों की जनसंख्या बढ़ जाती है जापान का कोबे-ओसाका प्रदेश उद्योगों की उपस्थिति के कारण सघन बसा हुआ है
3.सामाजिक व सांस्कृतिक कारक :-
सामाजिक एवं सांस्कृतिक महत्व वाले स्थान जनसंख्या को अधिक आकर्षित करते हैं इसलिए सामाजिक रुप से शांति तथा सांस्कृतिक महत्व वाले स्थान सघन बसे होते हैं साथ ही सामाजिक व राजनीतिक अशांति वाले क्षेत्रों को लोग छोड़ कर चले जाते हैं
जनसंख्या वृद्धि
किसी भौगोलिक क्षेत्र की जनसंख्या के आकार में निश्चित समय में होने वाले परिवर्तन को जनसंख्या वृद्धि कहलाता है जनसँख्या वृद्धि धनात्मक या ऋणात्मक हो सकती है
जनसंख्या की धनात्मक वृद्धिः : जब किसी निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में दो समय अंतरालों के बीच जनसंख्या में वृद्धि होती है तब इसे जनसंख्या की धनात्मक वृद्धि कहलाती है यह तब होती है जब जन्म दर, मृत्यु दर से अधिक हो या जब अन्य देशों से लोग स्थायी रूप से उस देश में प्रवास कर जाए।
जनसंख्या की ऋणात्मक वृद्धि : जब किसी निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में दो समय अंतरालों के बीच जनसंख्या में कमी होती है तब इसे जनसंख्या की ऋणात्मक वृद्धि कहलाती है यह तब होती है जब जन्म दर, मृत्यु दर से कम हो जाए या लोग उस देश में से अन्य देशों में प्रवास कर जाए।
जनसंख्या वृद्धि दर -जनसंख्या वृद्धि को प्रतिशत में व्यक्त करना जनसंख्या वृद्धि दर कहलाती है
जनसंख्या की प्राकृतिक वृद्धि -किसी क्षेत्र विशेष में दो समय अंतरालों के बीच जन्म और मृत्यु के अंतर से बढ़ने वाली जनसंख्या को उस क्षेत्र की प्राकृतिक वृद्धि कहते हैं
जनसंख्या की प्राकृतिक वृद्धि = जन्म - मृत्यु
जनसँख्या की वास्तविक वृद्धि - किसी निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में दो समय अंतरालों के बीच जन्म, मृत्यु, आप्रवास और उत्प्रवास के कारण जनसंख्या में होने वाली वृद्धि जनसँख्या की वास्तविक वृद्धि कहलाती हैं।
जनसंख्या परिवर्तन के घटक
किसी क्षेत्र की जनसंख्या को निर्धारित करने में जन्मदर , मृत्युदर और प्रवास तीन महत्वपूर्ण घटक हैं
अशोधित जन्म दर(CBR) - अशोधित जन्म दर को किसी वर्ष विशेष में प्रति हज़ार जनसंख्या पर जन्मे जीवित बच्चो की संख्या के रूप में व्यक्त किया जाता है अतः किसी क्षेत्र विशेष की अशोधित जन्म दर को निम्नलिखित सूत्र की सहायता से अभिव्यक्त किया जा सकता है 
                          एक वर्ष में जन्मे
                             कुल जीवित
अशोधित जन्म दर = शिशुओं की संख्या X 1000
                            उसी वर्ष के मध्य
                            की कुल जनसँख्य
अशोधित मृत्यु दर (CDR) – अशोधित मृत्यु दर को किसी क्षेत्र विशेष में किसी वर्ष के दौरान प्रति हजार जनसंख्या के पीछे मृतकों की संख्या के रूप में अभिव्यक्त किया जाता है। अतः किसी क्षेत्र विशेष की अशोधित मृत्यु दर को निम्नलिखित सूत्र की सहायता से अभिव्यक्त किया जा सकता है
                            एक वर्ष में कुल
अशोधित मृत्यु दर = मृतकों की संख्या X 1000
                            उसी वर्ष के मध्य
                             की कुल जनसँख्या
प्रवास
किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह द्वारा अपने निवास स्थान का स्थायी रूप से परिवर्तन प्रवास कहलाता है
बोग के अनुसार एक "मानव समुदाय या समूह द्वारा अपने स्थान को त्यागकर किसी दूसरे स्थान पर जाकर रहना या बसना प्रवास कहलाता है"
जब लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं तो वह स्थान जहा से लोग गमन करते हैं उद्गम स्थान कहलाता है और जिस स्थान पर लोग जाकर बसते है वह गंतव्य स्थान कहलाता है।
उद्गम स्थान जनसंख्या में कमी को दर्शाता है जबकि गंतव्य स्थान पर जनसंख्या बढ़ जाती है।
प्रवास स्थायी या अस्थायी हो सकता है। प्रवास गाँव से गाँव, गाँव से नगर, नगर से नगर तथा नगर से गाँव की ओर हो सकता है।
उत्प्रवास -  जनसंख्या स्थानान्तरण की वह प्रक्रिया जिसमें मनुष्य एक स्थान को छोड़कर दूसरे स्थान पर जाकर बसते हैं उत्प्रवास कहलाती है तथा गमन करने वाले लोग उत्प्रवासी कहलाते हैं
आप्रवास - जनसंख्या स्थानान्तरण की वह प्रक्रिया जिसमें मनुष्य किसी बहारी प्रदेश से आकर किसी प्रदेश के अंदर बसते हैं आप्रवास कहलाती है तथा आगमन करने वाले लोग आप्रवासी कहलाते हैं
प्रवास को प्रभावित करने वाले कारक
प्रवास को प्रभावित करने वाले कारकों के दो समूह में बनता जा सकता हैं।
1. प्रतिकर्ष कारक – वे कारक जो किसी व्यक्ति को अपना मूल स्थान छोड़ने के लिए बाध्य करते है प्रतिकर्ष कारक कहलाते है प्रतिकर्ष कारक उत्प्रवास के लिए उत्तरदायी है जैसे बेरोजगारी, रहन-सहन की निम्न दशाए, राजनीतिक उपद्रव, प्रतिकूल जलवायु, प्राकृतिक आपदाएं, महामारिया तथा सामाजिक-आर्थिक पिछड़ापन आदि
2. अपकर्ष कारक- वे कारक जो किसी व्यक्ति को उसके उद्गम स्थान की तुलना में गंतव्य स्थान पर बसने के लिए अधिक आकर्षित करते है अपकर्ष कारक कहलाते है जैसे रोजगार के बेहतर अवसर, रहन-सहन की अच्छी दशाए, शांति व स्थायित्व, जीवन व सम्पति की सुरक्षा तथा अनुकूल जलवायु आदि
जनसंख्या वृद्धि की प्रवृत्तियाँ
विश्व की जनसंख्या को इस विशाल आकार तक पहुँचाने में कई शताब्दियां लगी है भूपटल पर मानव की जनसँख्या वृद्धि की विवेचना निम्नलिखित कालों में की जा सकती है
(1) वर्तमान से 10000 हजार वर्ष पूर्व – वर्तमान से 10000 हजार वर्ष पूर्व विश्व की जनसंख्या 50 लाख थी इस कल तक कृषि का विस्तार हो चुका था
(2) ईसा के जन्म के समय – ईसा के जन्म के समय (लगभग 8000 वर्षों में) विश्व की जनसंख्या बढ़कर 25 करोड़ हो गई उच्च जन्मदर के साथ उच्च मृत्युदर के कारण विश्व की जनसंख्या में अति मंद गति से वृद्धि हुई
(3) ईसा के जन्म से 1650 ई. तक – ईसा के जन्म से 1650 ई. तक विश्व की जनसँख्या 25 करोड़ से बढकर 50 करोड़ हो गई
(4) 1650 ई. से 1850 ई. तक – 1750 ई. के आस-पास जब औद्योगिक क्रांति का उदय हुआ तब विश्व की जनसंख्या 55 करोड़ थी जो वर्ष 1850 ई. में बढ़कर 100 करोड़ हो गई
(5) 1850 ई. से 1930 ई. तक – इस 80 की अवधी में विश्व की जनसँख्या 200 करोड़ हो गई इस काल में औद्योगिक क्रांति के कारण जनसख्या में तीव्र वृद्धि दर्ज की गई
(6) 1930 ई. से 1975 ई. तक – 1930 ई. के बाद टीकाकरण, चिकित्सा सेवाओं में सुधर व स्वछता के कारण मृत्युदर में तीव्रता से कमी आई परन्तु जन्मदर बहुत धीमी गति से कम हुई इस कारण विश्व की जनसँख्या तेजी से बढ़ी और मात्र 45 वर्ष में 200 करोड़ से बढ़कर 400 करोड़ हो गई
(7) 1975 ई. से 2012 ई तक – इस काल में मात्र 37 वर्ष विश्व की जनसँख्या लगभग 800 करोड़ (दुगुनी) हो गई
जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत
इस सिद्धांत के अनुसार जब एक ग्रामीण, खेतिहर एवं अशिक्षित समाज उन्नति करके नगरीय औद्योगिक एवं शिक्षित समाज मे बदलता है तो जनसंख्या उच्च जन्म दर व उच्च मृत्युदर से निम्न जन्म दर व निम्न मृत्यु दर में परिवर्तित होने लगती है जनसंख्या में यह परिवर्तन विभिन्न अवस्थाओं में होता है जिन्हें सामूहिक रूप से जनांकिकीय चक्र कहते हैं। इस सिद्धांत का उपयोग किसी क्षेत्र की जनसँख्या का वर्णन करने व भविष्य की जनसँख्या का पूर्वानुमान लगाने में किया जाता है
ग्रामीण                                               नगरीय,
खेतिहर एवं     जनांकिकीय संक्रमण⇛औद्योगिक एवं
अशिक्षित समाज                                 शिक्षित समाज
1. प्रथम अवस्था- इस अवस्था में महामारियों और भोजन की अनिश्चित आपूर्ति के कारण उच्च मृत्यु दर पाई जाती है उच्च मृत्यु दर के कारण हुई क्षतिपूर्ति लोग अधिक पुनरुत्पादन से करते है अतः जन्मदर भी उच्च पाई जाती है जन्म दर व मृत्यु दर दोनों ही उच्च होने के कारण जनसंख्या वृद्धि बहुत मंद होती है इस अवस्था वाले अधिकतर देश जीवन निर्वाह कृषि पर निर्भर रहते है जीवन-प्रत्याशा निम्न होती है, अधिकांश लोग अशिक्षित होते हैं और उनके प्रौद्योगिकी स्तर निम्न होते हैं। 200 वर्ष पूर्व विश्व के सभी देश इसी अवस्था में थे। बांग्लादेश जनसंख्या संक्रमण की प्रथम अवस्था में है
2. द्वितीय अवस्था - इस अवस्था के प्रारंभ में प्रजननशीलता ऊँची बनी रहती है किन्तु यह समय के साथ घटती जाती है। स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवाओं व स्वच्छता में सुधार के के कारण मृत्युदर में जन्मदर की तुलना में तेजी से कमी आती है। पेरू, श्रीलंका, केन्या जनसंख्या संक्रमण की द्वितीय अवस्था में है
3. तीसरी अवस्था - इस अवस्था में जन्म दर और मृत्यु दर दोनों ही निम्न होती है जिससे जनसंख्या या तो स्थिर हो जाती है या मंद गति से बढ़ती है। जनसंख्या नगरीय और शिक्षित हो जाती है तथा उसके पास तकनीकी ज्ञान होता है। ऐसी जनसंख्या विचारपूर्वक परिवार के आकार को नियंत्रित करती है। वर्तमान में विभिन्न देश जनांकिकीय संव्मण की विभिन्न अवस्थाओं में हैं। कनाडा, जापान व स० रा० अमेरिका जनसंख्या संक्रमण की तृतीय अवस्था में है

जनसंख्या नियंत्राण के उपाय
परिवार नियोजन जनसँख्या नियंत्रण का प्रभावी उपाय है परिवार नियोजन का मुख्या उद्देश्य बच्चों के जन्म को रोकना अथवा दो बच्चों के जन्म में अंतराल रखना है। परिवार नियोजन जनसंख्या वृद्धि को सीमित करने के साथ साथ महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर करने में मुख्य भूमिका निभाती है। गर्भ-निरोधक की आसानी से उपलब्धता तथा छोटे परिवार जागरूकता उत्पन्न कर परिवार नियोजन जनसँख्या नियंत्रण में महतवपूर्ण भूमिका निभाते है

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  • प्रश्न उत्तर

  1. भूमध्यसागरीय प्रदेश किस कारण से आरंभिक काल से ही घने बसे हुए हैं ?
    सुखद जलवायु के कारण
  2. अफ्रीका की सघन जनसंख्या वाली खनिज पेटी का नाम बताइए
    कटंगा ताम्र पेटी
  3. ईक्कीसवीं के प्रारम्भ में विश्व की कुल जनसंख्या कितनी थी ?
    लगभग 600 करोड़ (6 अरब )
  4. जापान का कोबेन ओसाका प्रदेश किस कारण सघन बसा हुआ है ?
    उद्योगों की उपस्थिति के कारण
  5. विश्व के किस महाद्वीप में सबसे अधिक जनसँख्या वृद्धि दर पाई जाती है ?
    अफ्रीका
  6. जनसंख्या परिवर्तन के तीन घटक कौन कौन से है
    (1) जन्मदर (2) मृत्युदर (3) प्रवास
  7. विश्व के सर्वाधिक व न्यूनतम जनसंख्या वाला महाद्वीप कौन से है ?
    एशिया (60.27%) व ओसेनिया (.50%)
  8. विरल जनसंख्या वाले किन्ही तीन उष्ण मरुस्थलो के नाम लिखिए
    सहारा , कालाहारी व आटाकामा मरुस्थल
  9. विश्व के सर्वाधिक जनसंख्या वाले पांच देशों के नाम लिखिए।
    1.चीन 2.भारत 3.संयुक्त राज्य अमेरिका 4.इण्डोनेशिया 5. ब्राजील
  10. जनांकिकीय संक्रमण सिद्धान्त की प्रथम अवस्था के दो महत्वपूर्ण लक्षण बताईए
    उच्च प्रजननशीलता तथा उच्च मत्र्यता।
  11. "एशिया में बहुत अधिक स्थानों पर कम लोग और कम स्थानों पर बहुत अधिक लोग रहते हैं" यह कथन किस विद्वान द्वारा कहा गया 
    जार्ज बी क्रेसी   
  12.  जनांकिकीय संक्रमण सिद्धान्त की प्रथम अवस्था सम्मलित देशों के नाम लिखिए 
    1. बंग्लादेश 2. वर्षा वनोंके आदिवासी
  13. जनांकिकीय संक्रमण सिद्धान्त की द्वितीय अवस्था सम्मलित देशों के नाम लिखिए 
    1. पीरू  2.श्रीलंका 3.केन्या
  14. जनांकिकीय संक्रमण सिद्धान्त की अंतिम अवस्था सम्मलित देशों के नाम लिखिए 
    1. कनाडा 2. जापान  3. स॰ रा॰ अमेरिका    
  15. जनसंख्या में ऋणात्मक वृद्धिः कब होती है ?
    जब जन्म दर, मृत्यु दर से कम हो जाए या लोग उस देश में से अन्य देशों में प्रवास कर जाए तब जनसंख्या में ऋणात्मक वृद्धिः होती है
  16. जनसँख्या की वास्तविक वृद्धि किसे कहते है
    किसी निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में दो समय अंतरालों के बीच जन्म, मृत्यु, आप्रवास और उत्प्रवास के कारण जनसंख्या में होने वाली वृद्धि जनसँख्या की वास्तविक वृद्धि कहलाती हैं।
  17. उद्गम स्थान से क्या अभिप्राय है
    जब लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं तो वह स्थान जहा से लोग गमन करते हैं उद्गम स्थान कहलाता है उद्गम स्थान जनसंख्या में कमी को दर्शाता है
  18. जनसंख्या वृद्धि से क्या अभिप्राय है?
    किसी भौगोलिक क्षेत्र की जनसंख्या के आकार में निश्चित समय में होने वाले परिवर्तन को जनसंख्या वृद्धि कहलाता है
  19. गंतव्य स्थान से क्या अभिप्राय है
    जब लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं तो वह स्थान जहाँ लोग जाकर बसते है गंतव्य स्थान कहलाता है। गंतव्य स्थान पर जनसंख्या बढ़ जाती है।
  20. जनसंख्या की धनात्मक वृद्धिः कब होती है ?
    जब जन्म दर, मृत्यु दर से अधिक हो या जब अन्य देशों से लोग स्थायी रूप से उस देश में प्रवास कर जाए। तब जनसंख्या की धनात्मक वृद्धिः होती है ?
  21. उत्प्रवास किसे कहते हैं
    जनसंख्या स्थानान्तरण की वह प्रक्रिया जिसमें मनुष्य एक स्थान को छोड़कर दूसरे स्थान पर जाकर बसते हैं उत्प्रवास कहलाती है तथा गमन करने वाले लोग उत्प्रवासी कहलाते हैं
  22. जनसंख्या वितरण से क्या अभिप्राय है ?
    पृथ्वी तल पर जनसंख्या का स्थानिक फैलााव ही जनसंख्या वितरण कहलाता हैं जनसंख्या वितरण जनसमूह के स्थानिक वितरण को बताता है
  23. आप्रवास से क्या अभिप्राय है
    जनसंख्या स्थानान्तरण की वह प्रक्रिया जिसमें मनुष्य किसी बहारी प्रदेश से आकर किसी प्रदेश के अंदर बसते हैं आप्रवास कहलाती है तथा आगमन करने वाले लोग आप्रवासी कहलाते हैं
  24. जनसंख्या की प्राकृतिक वृद्धि किसे कहते है ?
    किसी क्षेत्र विशेष में दो समय अंतरालों के बीच जन्म और मृत्यु के अंतर से बढ़ने वाली जनसंख्या को उस क्षेत्र की प्राकृतिक वृद्धि कहते हैं।
    जनसंख्या की प्राकृतिक वृद्धि = जन्म - मृत्यु
  25. जन्मदर व मृत्युदर में अंतर लिखिए
    एक वर्ष में प्रति हज़ार जनसंख्या पर जन्म लेने वाले शिशुओं की संख्या को जन्मदर कहा जाता है जबकि एक वर्ष में प्रति हज़ार जनसंख्या पर मरने वाले व्यक्तियों की संख्या को मृत्युदर कहा जाता है
  26. जनसंख्या वृद्धि दर से क्या अभिप्राय है ?
    जनसंख्या वृद्धि को प्रतिशत में व्यक्त करना जनसंख्या वृद्धि दर कहलाती है
    जनसँख्या वितरण से क्या अभिप्राय है ?पृथ्वी तल पर जनसंख्या का स्थानिक फैलााव ही जनसंख्या वितरण कहलाता हैं जनसंख्या वितरण जनसमूह के स्थानिक वितरण को बताता है
  27. किसी देश में निवास करने वाले लोग उस देश की वास्तविक पूँजी होते है क्यों ?
    किसी देश में निवास करने वाले लोग उस देश के संसाधनों का उपयोग करते है तथा उस देश की नित्तियों का निर्धारण करते है इसलिए किसी देश में निवास करने वाले लोग उस देश की वास्तविक पूँजी होते है
  28. प्रवास (प्रवसन) से क्या अभिप्राय है
    किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह द्वारा अपने निवास स्थान का स्थायी रूप से परिवर्तन प्रवास कहलाता है
    बोग के अनुसार एक "मानव समुदाय या समूह द्वारा अपने स्थान को त्यागकर किसी दूसरे स्थान पर जाकर रहना या बसना प्रवसन कहलाता है"
  29. जनसंख्या घनत्व से क्या अभिप्राय है ?
    प्रति वर्ग किलोमीटर में निवास करने वाले लोगों की संख्या जनसंख्या घनत्व कहलाती है जनसंख्या घनत्व जनसंख्या जमाव की मात्रा का मापन है
    जनसंख्या घनत्व = कुल जनसंख्या
                       कुल क्षेत्रफल
  30. उत्प्रवास के लिए उत्तरदायी किन्ही पांच प्रतिकर्ष कारको के नाम लिखिए
    1. बेरोजगारी
    2. रहन-सहन की निम्न दशाए
    3. राजनीतिक उपद्रव
    4. प्रतिकूल जलवायु
    5. प्राकृतिक आपदाएं
  31. आप्रवास के लिए उत्तरदायी किन्ही पांच  अपकर्ष कारको के नाम लिखिए
    1. रोजगार के बेहतर अवसर
    2. रहन-सहन की अच्छी दशाए
    3. शांति व स्थायित्व
    4. जीवन व सम्पति की सुरक्षा
    5. अनुकूल जलवायु
  32. एक जिले की जनसंख्या दस लाख और क्षेत्रफल पांच हजार वर्ग कि.मी. है। उस जिले के जनसंख्या घनत्व की गणना करे।
    जनसंख्या घनत्व = कुल जनसंख्या
                        कुल क्षेत्रफल
    जनसंख्या घनत्व = 1000000
                        5000
    जनसंख्या घनत्व = 200 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी
  33. विश्व के सर्वाधिक घने बसे क्षेत्र कौन-से है
    1. संयुक्त राज्य अमेरिका का उत्तर-पूर्वी भाग
    2. यूरोप का उत्तर-पश्चिमी भाग
    3. दक्षिणी एशिया
    4. दक्षिणी-पूर्वी एशिया
    5. पूर्वी एशिया
  34. अशोधित जन्म दर(CBR) से क्या अभिप्राय है
    अशोधित जन्म दर को किसी वर्ष विशेष में प्रति हज़ार जनसंख्या पर जन्मे जीवित बच्चो की संख्या के रूप में व्यक्त किया जाता है अतः किसी क्षेत्र विशेष की अशोधित जन्म दर को निम्नलिखित सूत्र की सहायता से अभिव्यक्त किया जा सकता है
                       एक वर्ष में जन्मे                      कुल जीवित 
    अशोधित जन्म दर =शिशुओंकी संख्या X 1000
                        उसी वर्ष के मध्य                    की कुल जनसँख्या
  35. अशोधित मृत्यु दर (CDR) से क्या अभिप्राय है
    अशोधित मृत्यु दर को किसी क्षेत्र विशेष में किसी वर्ष के दौरान प्रति हजार जनसंख्या के पीछे मृतकों की संख्या के रूप में अभिव्यक्त किया जाता है। अतः किसी क्षेत्र विशेष की अशोधित मृत्यु दर को निम्नलिखित सूत्र की सहायता से अभिव्यक्त किया जा सकता है
                        एक वर्ष में कुल
    अशोधित मृत्यु दर = मृतकों की संख्या  X 1000
                        उसी वर्ष के मध्य
                       की कुल जनसँख्या
  36. एशिया की जनसंख्या वितरण के सम्बन्ध में जॉर्ज बी. क्रेसी के कथन की विवेचना कीजिए
    जॉर्ज बी. क्रेसी ने एशिया में जनसंख्या वितरण के सम्बन्ध में लिखा है कि “एशिया में बहुत अधिक स्थानों पर कम लोग और कम स्थानों पर बहुत अधिक लोग रहते हैं।” जॉर्ज बी. क्रेसी का यह कथन एशिया के साथ-साथ संपूर्ण विश्व पर लागु होता है वर्तमान में विश्व की कुल जनसंख्या का 90 प्रतिशत भाग कुल स्थलीय भाग के केवल 10 प्रतिशत भाग पर निवास करता है। विश्व के दस सर्वाधिक आबाद देशों में विश्व की लगभग 60 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है इन दस देशों में से छह देश एशिया में अवस्थित हैं।
  37. विश्व के विरल जनसंखया वाले क्षेत्रों के नाम लिखिए
    1. अत्याधिक ठण्डे मरुस्थलीय प्रदेश / ध्रुवीय प्रदेश -अन्टार्कटिका महाद्वीप, कनाडा का उत्तरी भाग, ग्रीनलैंड, टुण्ड्रा प्रदेश आदि
    2. उष्ण मरूस्थल - सहारा व कालाहारी मरुस्थल (अफ्रीका) अरब व थार मरुस्थल (एशिया) आटाकामा मरुस्थल (द० अमेरिका ) आदि
    3. उच्च पर्वतीय प्रदेश - मंगोलिया पठार, एण्डीज पर्वत (द० अमेरिका ) के अधिकांश भाग व रॉकी पर्वतमाला (उत्तरी अमेरिका)के कुछ भाग आदि
    4. भूमध्यरेखीय आर्द्र वन प्रदेश -अमेजन बेसिन (दक्षिणी अमेरिका) व कांगो बेसिन (अफ्रीका) आदि
  38. प्रवास के अपकर्ष व प्रतिकर्ष कारको में अंतर लिखिए
    1. वे कारक जो किसी व्यक्ति को उसके उद्गम स्थान की तुलना में गंतव्य स्थान पर बसने के लिए अधिक आकर्षित करते है अपकर्ष कारक कहलाते है जबकि वे कारक जो किसी व्यक्ति को अपना मूल स्थान छोड़ने के लिए बाध्य करते है प्रतिकर्ष कारक कहलाते है
    2. बेरोजगारी, रहन-सहन की निम्न दशाए, राजनीतिक उपद्रव, प्रतिकूल जलवायु, प्राकृतिक आपदाएं, महामारिया तथा सामाजिक-आर्थिक पिछड़ापन आदि मुख्य प्रतिकर्ष कारक है जबकि रोजगार के बेहतर अवसर, रहन-सहन की अच्छी दशाए, शांति व स्थायित्व, जीवन व सम्पति की सुरक्षा तथा अनुकूल जलवायु आदि अपकर्ष कारक है
    3. अपकर्ष कारक आप्रवास के लिए उत्तरदायी है जबकि प्रतिकर्ष कारक उत्प्रवास के लिए उत्तरदायी है
    4. अपकर्ष कारक जनसंख्या को आकर्षित करते है जबकि प्रतिकर्ष कारक जनसंख्या को किसी क्षेत्र से बाहर धकेलते है
  39. जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन कीजिए
    1.भौतिक कारक :-
    (i)जल की उपलब्धता - लोग उन क्षेत्रों में बसना चाहते हैं जहां जल आसानी से उपलब्ध होता है इसलिए विश्व की महान नदी घाटियां सघन बसी हुई है जल व उपजाऊ मिट्टी की उपलब्धता के कारण प्राचीन सभ्यताओं का विकास नदी घाटियों में हुआ है इन्हीं नदी घाटियों को सभ्यता के पालने कहा जाता है
    (ii) भू-आकृति - लोग समतल मैदान व मंद ढाल वाले क्षेत्रों में बसना पसंद करते हैं क्योंकि यह क्षेत्र कृषि, परिवहन व उद्योगों के लिए उपयुक्त होते हैं इसलिए गंगा का मैदान सघन बसा है। जबकि पहाड़ी व पर्वतीय क्षेत्र परिवहन, कृषि व उद्योगों लिए अनुपयुक्त होने के कारण यहां जनसंख्या कम पाई जाती है इसलिए एण्डीज पर्वत व हिमालय पर्वत विरल बसे हुए क्षेत्र है
    (iii)जलवायु - स्वस्थ व सुखद जलवायु मानव बसाव के लिए अनुकूल होती है क्योंकि स्वस्थ व सुखद जलवायु में मानव की कार्य क्षमता बढ़ती है एवं मानव विकास तीव्र होता है अतः भूमध्यसागरीय प्रदेश सुखद जलवायु के कारण सघन बसे हुए हैं इसके विपरीत अति उष्ण व ठंडे मरुस्थल की विषम जलवायु मानव बसाव के लिए अनुकूल नहीं होती है
    (iv)मृदा- उपजाऊ मृदा कृषि के लिए उपयुक्त होती है इसलिए उपजाऊ दोमट मिट्टी वाले प्रदेश में सघन जनसंख्या पाई जाती है
    2.आर्थिक कारक :-
    (i)खनिज - खनिज संपन्न प्रदेशों में औद्योगिक विकास के कारण रोजगार के अवसर बढ़ जाते हैं अतः खनिज क्षेत्र जनसंख्या को आकर्षित करते है अफ्रीका की कटंगा ताम्र पेटी ताम्बे की उपलब्धता के कारण सघन बसी हुई है
    (ii)नगरीकरण- नगर रोजगार, चिकित्सा, शिक्षा, परिवहन व संचार के बेहतर साधन प्रस्तुत करते हैं इसलिए जनसंख्या नगरों की ओर आकर्षित होती है और ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों की ओर प्रवास होता है फलस्वरूप नगरों की जनसँख्या बढ़ जाती है
    (iii)औद्योगिकीकरण - औद्योगिकीकरण श्रमिकों के साथ-साथ उनके सेवा प्रदाताओं जैसे दुकानदार, बैंककर्मी, डॉक्टर, अध्यापक आदि को भी आकर्षित करते हैं जिसके कारण औद्योगिक क्षेत्रों की जनसंख्या बढ़ जाती है जापान का कोबे-ओसाका प्रदेश उद्योगों की उपस्थिति के कारण सघन बसा हुआ है
    3.सामाजिक व सांस्कृतिक कारक- सामाजिक एवं सांस्कृतिक महत्व वाले स्थान जनसंख्या को अधिक आकर्षित करते हैं इसलिए सामाजिक रुप से शांति तथा सांस्कृतिक महत्व वाले स्थान सघन बसे होते हैं साथ ही सामाजिक व राजनीतिक अशांति वाले क्षेत्रों को लोग छोड़ कर चले जाते हैं
  40. जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत से क्या अभिप्राय है जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत की तीन अवस्थाओं का वर्णन कीजिए
    इस सिद्धांत के अनुसार जब एक ग्रामीण, खेतिहर एवं अशिक्षित समाज उन्नति करके नगरीय औद्योगिक एवं शिक्षित समाज मे बदलता है तो जनसंख्या उच्च जन्म दर व उच्च मृत्युदर से निम्न जन्म दर व निम्न मृत्यु दर में परिवर्तित होने लगती है जनसंख्या में यह परिवर्तन विभिन्न अवस्थाओं में होता है जिन्हें सामूहिक रूप से जनांकिकीय चक्र कहते हैं। इस सिद्धांत का उपयोग किसी क्षेत्र की जनसँख्या का वर्णन करने व भविष्य की जनसँख्या का पूर्वानुमान लगाने में किया जाता है
    जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत
    जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत की तीन अवस्थाएं है ।
    1. प्रथम अवस्था- इस अवस्था में महामारियों और भोजन की अनिश्चित आपूर्ति के कारण उच्च मृत्यु दर पाई जाती है उच्च मृत्यु दर के कारण हुई क्षतिपूर्ति लोग अधिक पुनरुत्पादन से करते है अतः जन्मदर भी उच्च पाई जाती है जन्म दर व मृत्यु दर दोनों ही उच्च होने के कारण जनसंख्या वृद्धि बहुत मंद होती है इस अवस्था वाले अधिकतर देश जीवन निर्वाह कृषि पर निर्भर रहते है जीवन-प्रत्याशा निम्न होती है, अधिकांश लोग अशिक्षित होते हैं और उनके प्रौद्योगिकी स्तर निम्न होते हैं। 200 वर्ष पूर्व विश्व के सभी देश इसी अवस्था में थे।
    2. द्वितीय अवस्था - इस अवस्था के प्रारंभ में प्रजननशीलता ऊँची बनी रहती है किन्तु यह समय के साथ घटती जाती है। स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवाओं व स्वच्छता में सुधार के के कारण मृत्युदर में जन्मदर की तुलना में तेजी से कमी आती है।
    3. तीसरी अवस्था - इस अवस्था में जन्म दर और मृत्यु दर दोनों ही निम्न होती है जिससे जनसंख्या या तो स्थिर हो जाती है या मंद गति से बढ़ती है। जनसंख्या नगरीय और शिक्षित हो जाती है तथा उसके पास तकनीकी ज्ञान होता है। ऐसी जनसंख्या विचारपूर्वक परिवार के आकार को नियंत्रित करती है। वर्तमान में विभिन्न देश जनांकिकीय संव्मण की विभिन्न अवस्थाओं में हैं


     विश्व जनसंख्या : वितरण, घनत्व और वृद्धि वस्तुनिष्ट प्रश्न 
  1.  निम्नलिखित में से किस महाद्वीप में जनसंख्या वृद्धि सर्वाधिक है?
    [अ] अफ्रीका
    [ब] दक्षिणी अमेरिका
    [स] एशिया
    [द] उत्तरी अमेरिका                             [अ]
  2. निम्नलिखित में से कौनसा एक विरल जनसंख्या वाला क्षेत्र नहीं है?
    [अ] अटाकामा
    [ब] भूमध्यसागरीय प्रदेश
    [स] ध्रुवीय प्रदेश
    [द] दक्षिण पूर्वी एशिया                              [ब]
  3. निम्नलिखित में कौन सा एक प्रतिकर्ष कारक नहीं है
    [अ] जलाभाव
    [ब] चिकित्सा/शैक्षणिक सुविधाएं
    [स] बेरोजगारी
    [द] महामारियां                             [ब]
  4. निम्न में से कौन एक जनसंख्या परिवर्तन का कारक नहीं है ?
    [अ] प्रवास
    [ब]आवास
    [स] जन्म
    [द] मृत्य              [ब]
  5. 21 वीं शताब्दी के आरम्भ में विश्व की जनसंख्या दर्ज की गयी है-
    [अ] 500 करोड़
    [ब]530 करोड़
    [स] 600 करोड़
    [द] इनमें से कोई नहीं                             [स]
  6. विश्व में सबसे अधिक जनसँख्या वाला देश कौन-सा है ?
    [अ] भारत
    [ब] पाकिस्तान 
    [स] रूस
    [द] चीन
                                [द]
  7. "एशिया में बहुत अधिक स्थानों पर कम लोग और कम स्थानों पर बहुत अधिक लोग रहते हैं" यह कथन किस विद्वान द्वारा कहा गया ?
    [अ]माल्थस
    [ब] जार्ज बी क्रेसी
    [स] रैटजेल
    [स] इनमे से कोई नहीं                             [ब]
  8. विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या वाला दूसरा देश कौन सा है
    [अ] भारत
    [ब] संयुक्त राज्य अमेरिका
    [स] चीन
    [द] जापान                                     [अ]
  9. जनसँख्या के वितरण को प्रभावित करने वाले भौगोलिक कारकों में निम्नलिखित में से कौन-सा नहीं है 
    [अ[ भू-आकृति
    [ब] जल उपलब्धता
    [स] जलवायु
    [द] नगरीकरण                             [द] 
  10. निम्नलिखित में से कौन-सा प्रवास का प्रतिकर्ष कारक नहीं है ?
    [अ] बेरोजगारी
    [ब] रहन सहन की अच्छी सुविधा
    [स] आपदा
    [द] शिक्षा सुविधा न होना                     [ब]
  11. जनसँख्या वितरण को प्रभावित करने वाले आर्थिक कारणों में से निम्नलिखित में से कौन-सा नहीं है ?
    [अ] नगरीकरण
    [ब] खनिजों की उपलब्धता
    [स] जलवायु
    [द] औद्योगिकरण                                     [स]
  12. जब लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं तो वह स्थान जहां से लोग जाते हैं कहलाता है 
    [अ] आप्रवास
    [ब] उत्प्रवास
    [स] उद्गम स्थान
    [द] गंतव्य स्थान                             [स]
  13. सबसे अधिक जनसंख्या वाला महाद्वीप कौन है?
    [अ] अफ्रीका
    [ब] उत्तरी अमेरिका
    [स] एशिया
    [द] आस्ट्रेलिया                             [स] 
  14. इन देशों में कौन जनांकिकीय संक्रमण की अंतिम अवस्था में है?
    [अ] बांग्लादेश
    [ब] श्रीलंका
    [स] कीनिया
    [द] जापान                                     [द] 
  15. 1850 ई० में विश्व की जनसंख्या थी
    [अ] 70 करोड़
    [ब] 100 करोड़
    [स] 160 करोड़ 
    [द] 180 करोड़                              [ब]
  16. सबसे कम जनसंख्या वृद्धि दर किस महाद्वीप की है ? 
    [अ] यूरोप
    [ब] उत्तर अमेरिका
    [स] एशिया
    [द] अफ्रीका                             [अ]
  17. निम्नलिखित में किस देश की जनसंख्या सबसे अधिक है?
    [अ] ब्राजील
    [ब] स० रा० अमेरिका
    [स] बांग्लादेश
    [द] इंडोनेशिया                             [ब]
  18. निम्नलिखित में से कौनसा कारक जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाला सामाजिक एवं सांस्कृतिक कारक है 
    [अ] नगरीकरण
    [ब] औद्योगिकरण
    [स] खनिज
    [द] धार्मिक महत्व के स्थान                         [द] 
  19. निम्नलिखित में से क्या जनसंख्या की वास्तविक वृद्धि को दर्शाता है ?
    [अ] जन्म-मृत्यु
    [ब] जन्म-मृत्यु+आप्रवास-उत्प्रवास 
    [स] जन्म +मृत्यु
    [द] इनमे से कोई नहीं                              [ब]
  20. बांग्लादेश तथा वर्षा वनों के आदिवासी जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत की किस अवस्था से संबंधित है
    [अ] द्वितीय अवस्था 
    [ब] प्रथम अवस्था
    [स] तीसरी अवस्था 
    [द] इनमें से कोई नहीं                             [ब]
  21. विश्व में सर्वाधिक जनसंख्या केन्द्रित है—
    [अ] पर्वतीय क्षेत्रों में
    [ब] मरुस्थलीय प्रदेशों में
    [स] मैदानों में
    [द] पठारीय क्षेत्रों में                             [स] 
  22. निम्नलिखित में कौन एक जन स्थानान्तरण का अपकर्ष कारक नहीं है? 
    [अ] रहन-सहन की निम्न दशाएँ
    [ब] शांति एवं स्थायित्व  
    [स] रहन-सहन की अच्छी दशाएँ 
    [द] अनुकूल जलवायु                              [अ]
  23. परिवार नियोजन का एक उद्देश्य निम्नलिखित में से कौन-सा है ?
    [अ] बच्चे पैदा करना  
    [ब] तीन वर्षों में एक बच्चा पैदा करना 
    [स] बच्चों के जन्म को रोकना तथा उसमे अन्तराल रखना
    [द] योजना बनाना                             [स] 
  24. विश्व के मध्यम घनत्व के क्षेत्रों में औसतन जनघनत्व ___पाया जाता है ?
    [अ] शून्य से कम व्यक्ति प्रति वर्ग किमी
    [ब] 11 से 50 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी
    [स] 200 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी 
    [द] इनमे से कोई नहीं                             [ब]
  25. जापान का कोबेन ओसाका प्रदेश किस कारण सघन बसा हुआ है ?
    [अ] सुखद जलवायु के कारण
    [ब] खनिजों की उपलब्धता के कारण
    [स] नगरीकरण के कारण 
    [द] उद्योगों की उपस्थिति के कारण            
        [द] 
  26. निम्नलिखित में से कौनसा लक्षण जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत की द्वितीय अवस्था से सम्बंधित है ?
    [अ] निम्न जीवन प्रत्याशा
    [ब] उच्च प्रजनन दर/उच्च मृत्यु दर
    [स] स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
    [द] इनमे से कोई नहीं                         
          [स] 
  27. भूमध्यसागरीय प्रदेश किस कारण से आरंभिक काल से ही घने बसे हुए हैं ?
    [अ] सुखद जलवायु के  कारण
    [ब] खनिजों की उपलब्धता के कारण
    [स] नगरीकरण के कारण 
    [द] उद्योगों  के कारण                                [अ] 
  28. निम्न में से कौन सघन जनसंख्या वाला क्षेत्र है ? 
    [अ] भूमध्यरेखीय प्रदेश
    [ब]ध्रुवीय प्रदेश
    [स] मरुस्थलीय क्षेत्र
    [द]  दक्षिण-पूर्वी एशिया क्षेत्र                        [द] 
  29. निम्नलिखित में से कौनसी दशा जनांकिकीय संक्रमण सिद्धान्त की अंतिम अवस्था को दर्शाती है ?
    [अ] उच्च प्रजननशीलता एवम उच्च मर्त्यता 
    [ब] महामारियां 
    [स] जनसंख्या का अशिक्षित होना 
    [द] नगरीय जनसंख्या एवम तकनीकी रूप से विकसित                                   [द]
  30. बांग्लादेश तथा वर्षा वनों के आदिवासी जनांकिकीय संक्रमण सिद्धांत की किस अवस्था से संबंधित है? 
    [अ] द्वितीय अवस्था
    [ब] तीसरी अवस्था
    [स] पांचवी अवस्था
    [द] प्रथम अवस्था                            [द]






Class 12th Geography Chapter 2 

( जनसंख्या: वितरण,और घनत्व वृद्धि )

 
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