- प्रतिरक्षी का दूसरा नाम बताइए
इम्यूनोग्लोबिन (Ig) - प्रतिरक्षी किस प्रकार के प्रोटीन होते हैं?
गामा ग्लोबुलिन - कौनसा प्रतिरक्षी आवल को पार कर भ्रूण में पहुंच सकता है
IgG - मास्ट कोशिका पर कौन सी प्रतिरक्षी पाई जाती है
IgE - मां के दूध में कौनसी प्रतिरक्षी पाई जाती है
IgA - Rh कारक के विरुद्ध कौन सा प्रतिरक्षी उत्पन्न होता है
IgG - प्रथम उत्पादित प्रतिरक्षी कौन सी होती है (2020)
IgM - कौनसी प्रतिरक्षी प्रत्युर्जता या एलर्जी क्रियाओं में हिस्सा लेती है (2019)
IgE - सीरम में सर्वाधिक मात्रा में कौन सा प्रतिरक्षी पाया जाता है
IgG - रक्त का विभिन्न समूहों में वर्गीकरण किस वैज्ञानिक ने किया( 2019)
कार्ल लैंडस्टीनर - सर्वग्राही रक्त समूह कौन सा है (2020)
AB रक्त समूह - किस रक्त समूह में “A" व “B” दोनों ही प्रतिजन उपस्थित होते हैं
AB रक्त समूह में - रुधिर वर्ग को नियंत्रित करने वाले विकल्पीयों के नाम लिखिए|
IA, IB, i - रक्त वाहिनीयों की सुरक्षा व रक्तस्राव रोकने में मदद कौन करता है
बिम्बाणु - किस रक्त समूह में “A" व “B” दोनों ही प्रतिजन उपस्थित नहीं होते हैं
O रक्त समूह - गैसों का परिवहन व विनिमय कौन करती है
लाल रक्त कणिकाएं - शरीर की रोगाणुओं से रक्षा कौन करती है
श्वेत रक्त कणिकाएं - प्रथम रक्ताधान किसके द्वारा संपादित किया गया
जीन बेप्टिस्ट(15 june 1667) - सर्वदाता रक्त समूह कौन सा है?
O रक्त समूह वाले - प्रतिरक्षी की H व L श्रंखला में कितने अमीनो अम्ल से बनी होती है
H=440 व L= 220 - प्लाज्मा(प्लावक) कोशिका किस कोशिका का रूपांतरण है
बी लसीका कोशिका का - Rh कारक की खोज किस प्रजाति के बंदर में की गई
मकाका रीसस - कौन सा Rh कारक सबसे महत्वपूर्ण है(2020)
Rh.D - विश्व में कितने प्रतिशत व्यक्तियों का Rh धनात्मक है
85% - मानव में कितने प्रकार के Rh कारक पाए जाते हैं
पांच प्रकार के - Rh.D, Rh.E, Rh.e, Rh.C, Rh.c - प्रतिजन का आणविक भार कितना होता है
6000 डाल्टन या इससे ज्यादा - डिप्थीरिया व टिटनस के टीके किस प्रकार की प्रतिरक्षा के उदाहरण है
निष्क्रिय प्रतिरक्षा - CMI का पूरा नाम लिखो
Cell Mediated Immunity (कोशिका मध्यित प्रतिरक्षा) - शरीर में पाए जाने वाले प्रतिरक्षात्मक अंगों के नाम लिखो
अस्थि मज्जा, लसीका पर्व, थाइमस, यकृत - भारत में अंगदान दिवस कब मनाया जाता है?
13 अगस्त - हाल ही में देहदान करने वाले दो व्यक्तियों के नाम लिखिए|
डॉ. विष्णु प्रभाकर तथा श्री ज्योति बसु - मृत्यु के कितने घंटो तक देह को नेत्रदान हेतु काम में लिया जा सकता है
6 से 8 घंटे तक - मनुष्य में कितने प्रकार की प्रतिरक्षा विधियां पाई जाती हैं?
दो प्रकार की-1. स्वभाविक प्रतिरक्षा विधि,2. उपार्जित प्रतिरक्षा विधि - प्रतिरक्षी कितने प्रकार के होते हैं
पांच प्रकार के -IgG (Gama), IgM (mu), IgA (Alpha), IgE (Epsilon),IgD (Delta) - पेराटॉप किसे कहते हैं
प्रतिरक्षी का वह भाग जो प्रतिजन से क्रिया करता है पेराटोप कहलाता है - प्रतिरक्षी किसे कहते हैं
प्रतिरक्षी प्लाज्मा कोशिकाओं द्वारा निर्मित गामा ग्लोब्युलिन प्रोटीन है - मानव प्रजाति में Rh कारको की आवर्ती बताइए
Rh.D=85% Rh.E=30% Rh.e=78% Rh.C=80% Rh.c=80% - Rh कारक क्या है
Rh कारक करीब 417 एमिनो अम्ल का एक प्रोटीन है जो मानव की रक्त कणिकाओं की सतह पर पाया जाता है - गर्भ रक्ताणुकोरकता रोग का क्या उपचार है
प्रथम प्रसव के 24 घंटो के भीतर माता को प्रति IgG प्रतिरक्षियों (anti Rh.D) का टीका लगाया जाता है इन्हें रोहगम प्रतिरक्षी कहते है - रक्त क्या है
रक्त एक तरल संयोजी उत्तक है जो प्लाज्मा और रक्त कणिकाओं से मिलकर बना होता है - मानव रक्त में बिलीरुबिन पदार्थ की अधिकता से क्या होता है
बिलीरुबिन यकृत और प्लीहा को हानि पहुंचा कर वृक्क को फेल कर देता है जिससे व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है - देहदान किसे कहते हैं
अपनी देह को अंग प्रत्यारोपण तथा चिकित्सकीय प्रशिक्षण के लिए दान करना देहदान कहलाता है - प्रतिजन किसे कहते है
प्रतिजन वह बाहरी रोगाणु या पदार्थ होते हैं जो शरीर में प्रवेश करने के बाद प्रतिरक्षी उत्पादन को प्रेरित करते हैं - एंटीजनी निर्धारक क्या होते हैं
प्रतिजन के वे अंश जो प्रतिरक्षी से जुड़ते हैं एंटीजनी निर्धारक कहलाते हैं - एंटीजनी संयोजकता क्या है
प्रोटीन पर उपस्थित एंटीजनी निर्धारको की संख्या एंटीजनी संयोजकता कहलाती है - रक्ताधान किसे कहते हैं
एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के परिसंचरण तंत्र में रक्त या रक्त उत्पाद स्थानांतरित करने की विधि को रक्ताधान कहते हैं - रुधिर वर्ग के अनुवांशिक अनुप्रयोग लिखिए
1.पैतृकता संबंधी विवादों को हल करने में
2.अनुवांशिक रोग जैसे हीमोफीलिया के इलाज में - प्रतिरक्षा विज्ञान किसे कहते हैं
रोगाणुओं के उन्मूलन हेतु शरीर में होने वाली क्रियाओं तथा संबंधित तंत्र के अध्ययन को प्रतिरक्षा विज्ञान कहते हैं - स्वाभाविक प्रतिरक्षा के लिए सहायक कारक कौन-कौन से हैं
1.भौतिक अवरोध 2.रासायनिक अवरोध 3.कोशिका अविरोध 4.ज्वर व सूजन - कब्जे या हिंज किसे कहते हैं
प्रतिरक्षी के Y स्वरूप की दोनों भुजाएं उद्गम स्थल लचीले होती हैं जिन्हें कब्जे या हिंज कहते हैं यह प्रतिरक्षी के अस्थिर भाग को प्रतिजन के छोटे-बड़े अणु समाहित कर अभिक्रिया करने में मदद करता है - रक्ताधान की आवश्यकता क्यों होती है
1.चोट लगने या अत्यधिक रक्तस्राव होने पर
2.शल्य चिकित्सा के दौरान
4.रक्त हीनता होने पर
5.हीमोफीलिया के रोगियों को - ABOरक्त समूहीकारण क्या है
लाल रक्त कणिकाओं की सतह पर उपस्थित प्रतिजन (प्रतिजन A व प्रतिजन B) के आधार पर रक्त को चार समूहो (A, B, AB, व O)में बांटा गया है इसे ABO रक्त समूहीकरण कहते हैं - रक्ताधान के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां लिखिए
1.रक्त समूह तथा Rh कारक का मिलान करना
2.रक्ताधान चिकित्सक की उपस्थिति में करना
3.दाता के रक्त की संपूर्ण जांच करना - विशिष्ट/उपार्जित प्रतिरक्षा कितने प्रकार की होती है
1. सक्रिय प्रतिरक्षा-ऐसी प्रतिरक्षा जिसमें शरीर प्रतिजन के विरुद्ध स्वयं प्रतिरक्षियों का निर्माण करता है
2.निष्क्रिय प्रतिरक्षा-ऐसी प्रतिरक्षा जिसमें शरीर मे किसी विशेष प्रतिजन के विरुद्ध बाहर से विशिष्ट प्रतिरक्षी प्रविष्ट करवाए जाते हैं - Rh समूहीकरण किसे कहते हैं
लाल रक्त कणिकाओं की सतह पर Rh प्रतिजन की उपस्थिति के आधार पर रक्त को दो भागों में बांटा गया है
1. Rh धनात्मक - यदि लाल रक्त कणिकाओं पर Rh प्रतिजन उपस्थित हो तो रक्त Rh धनात्मक कहलाता है
2.Rh ऋणात्मक- यदि लाल रक्त कणिकाओं पर Rh प्रतिजन अनुपस्थित हो तो रक्त Rh ॠणात्मक कहलाता है
यह व्यवस्था Rh समूहीकरण कहते हैं - रक्ताधान कितने प्रकार का होता है
रक्ताधान दो प्रकार का होता है
1.समजात रक्ताधान -ऐसे आधान जिसमें अन्य व्यक्ति के संग्रहित रक्त का उपयोग किया जाता है,उसे समजात आधान कहते हैं
2.समजीवी रक्ताधान- ऐसा आधान जिसमें व्यक्ति का स्वयं का संग्रहित रक्त काम में लिया जाता है - गर्भ रक्ताणु कोरकता रोग क्यों होता है
Rh बेजोड़ता के कारण
जब मां का Rh ऋणात्मक तथा गर्भस्थ शिशु का Rh धनात्मक हो तो प्रथम प्रसव के दौरान माता व शिशु का रक्त मिल जाता है और माता में Rh प्रतिरक्षी का निर्माण होता है द्वितीय गर्भावस्था के समय यह Rh प्रतिरक्षी भूर्ण के रक्त में उपस्थित Rh कारक से प्रतिक्रिया कर रूधिर समूहन विधि द्वारा लाल रक्त कणिकाओं को नष्ट कर रुधिर देते हैं इस कारण शिशु माता के गर्भ में मर जाता है यदि जिवित रहता है तो कमजोर व हेपेटाइटिस से ग्रसित होता है इस रोग को गर्भरक्ताणुकोरकता कहते है
4.प्रतिरक्षा एवं रक्त समूह
Wednesday, May 17, 2023
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