- रेशम कीट का लार्वा क्या कहलाता है
कैटरपिलर - रेशम कीट का वैज्ञानिक नाम लिखिए
बोम्बिक्स मोराई - रेशम किसका बना होता है
प्रोटीन (फाइब्रिन व सेरीसिन) - लाख के कीड़े का वैज्ञानिक नाम लिखिए
लैसिफेर लैका - भारतीय लाख अनुसंधान केंद्र कहाँ है
रांची (झारखण्ड ) - राजस्थान का राज्य पुष्प क्या है
रोहिङा - राजस्थान का राज्य वृक्ष क्या है(2020)
खेजङी - सर्वाधिक प्रोटीन किसमें पाई जाती है
सोयाबीन में - मधुमक्खी पालन से प्राप्त उत्पादो के नाम लिखिए
शहद व मधुमोम - एक महत्त्वपूर्ण मोटे(गौण) अनाज का नाम लिखिए
बाजरा - दालों का राजा किसे कहते हैं (2020)
चना - रेशम कीट किस वृक्ष पर पाले जाते हैं
शहतूत पर - खाद्य पदार्थ अनाज किस कुल के सदस्य है
ग्रेमिनी/पीएसी - दालें किस कुल के सदस्य है
लेग्यूमिनेसी - विश्व में चना उत्पादन में भारत का कौन सा स्थान है
प्रथम - मछली पालन के लिए कौन सा जल उपयुक्त माना जाता है
मीठा जल (अलवणीय जल) - दो अपमार्जक कीटों के नाम लिखिए (2020)
दीमक, तिलचट्टा - भेङो की देशी नस्लों के नाम लिखिए
लौही, मारवाड़ी, नली, पाटनवाङी - भारत का बकरी, भेङ व कुक्कुट की संख्या की दृष्टि से विश्व में कौन स्थान है
क्रमश: दूसरा, तीसरा व सातवाँ - आर्थिक वनस्पति विज्ञान किसे कहते हैं
आर्थिक महत्त्व के पादप व उनके उत्पादो का अध्ययन आर्थिक वनस्पति विज्ञान कहलाती है - इमारती कास्ट किसे कहते हैं
वह काष्ठ जिसका उपयोग फर्नीचर, दरवाजे, खिङकियां आदि बनाने में किया जाता है इमारती काष्ठ कहलाती हैं इमारती काष्ट द्वितीयक जााईल से प्राप्त होती है - कोरल या प्रवाल किसे कहते हैं ( कोरल का बाह्य कंकाल किस पदार्थ का बना होता है 2020)
सीलेन्ट्रेटा संघ के जीवों का कैल्शियम कार्बोनेट से बना बाह्य कंकाल कोरल या प्रवाल कहलाता है - फल किसे कहते हैं (2020)
पुष्प के निषेचित अण्डाश्य से बनी संरचना फल कहलाती है - पशुपालन किसे कहते हैं
कृषि विज्ञान की वह शाखा जिसमें पालतू पशुओ के भोजन, आवास, स्वास्थ्य व प्रजनन का अध्ययन किया जाता है उसे पशुपालन कहते हैं - मधुमक्खी पालन के दो लाभ लिखिए
फसलोंं के परागण में सहायक
शहद व मधुमोम की प्राप्ति - देशी व विदेशी मच्छलियो की प्रजातियों के नाम लिखिए
देशी- रोहू, कतला व मृगल
विदेशी- कामन कार्प - चाय व काफी पौधों के किस भाग से प्राप्त होती है
चाय- पत्तियोों से
काफी- भूनें हुए बीजो से (2010) - रबी व खरीफ की फसलों के नाम लिखो (2020)
रबी- गेंहू , चना
खरीफ- बाजरा, मक्का , चावल - चाय व काफी(2019) के वैज्ञानिक नाम लिखिए
चाय- केमेलिया साइनेन्सिस
काफी- काफिया अरेबिका - काष्ठ क्या है
बहुवर्षीय द्विबीजपत्री वृक्षों में बनने वाले द्वितीयक जाइलम को काष्ठ कहते हैं - भैंस, गाय व बकरी की अच्छी नस्लों के नाम लिखिए
भैस- मुर्रा, जाफरावादी, मेहसाना, सूखी
गाय- गिर, साहीवाल, सिन्ध, हरियाणवी
बकरी- कश्मीरी, पश्मीना, सिरोही, जमनापरी - तेलो का वर्गीकरण कीजिए
खाद्य तेल - तिल, मूंगफली
अखाद्य तेल- अरण्डी, तारपीन
सुगन्धित तेल- चन्दन, लौंग - गेंहू ,चावल व मक्का की उन्नत किस्मों के नाम लिखिए
गैंहू- सोनालिका, कल्याण सोना, शर्बती
चावल -बामती, स्वर्णदाना, जया, रत्ना, सोना
मक्का -विजय , शक्ति ,रतन - मूल, छाल,पर्ण व फल से प्राप्त होने वाले औषधीय पौधों के नाम लिखिए
1.मूल-सफेद मूसली व अश्वगंधा
2.छाल- कुनैनव अर्जुन
3.पर्ण- ग्वारपाठा व तुलसी
4.फल - अफीम व आंवला - चार अनाजो के सामान्य व वैज्ञानिक नाम लिखिए
1.गेंहू- ट्रिटिकम एस्टाइवम
2.चावल- ओराइजा सेटाइवा
3.मक्का-जीआ मेज
4.बाजारा- पेनिसिटम टाईफाइडिस - चार दाल वाले पौधों के सामान्य नाम व वैज्ञानिक नाम लिखिए
1.चना- साइसर ऐराइटिनम (2020)
2.मटर-पाइसम सेटाइवा
3.सोयाबीन- ग्लाईसीन मैक्स
4.अरहर- केजेनस केजन - चार फलो के सामान्य व वैज्ञानिक नाम लिखिए
1.आम- मैंजिफेरा इण्डिका
2.पपीता-केरिका पपाया
3.संतरा- सिट्रस रेटिकुलेटा
4.केला- म्युजा पेराडिसियका - चार ईमारती काष्ट उत्पादक पौधों के सामान्य नाम व वैज्ञानिक नाम लिखिए
1.खेजङी- प्रोसोपिस सिनेरेरिया
2.रोहिङा - टिकोमेला अन्डुलेटा
3.शीशम- डलबर्जिया सिस्सू
4.सागवान- टेक्टोना ग्रेन्डिस - चार रेशे उत्पादक पौधों के सामान्य व वैज्ञानिक नाम लिखिए
1.जूट- कोरकोरस केप्सूलेरिस
2.कपास- गोसिपियम जातियां
3.नारियल- कोकस न्यूसिफेरा
4.सनई- क्रोटोलेरिया जुन्शिया - चार औषधिय पौधों के सामान्य नाम व वैज्ञानिक नाम लिखिए
1.हल्दी- कुरकुमा लौंगा (तना)
2.सर्पगंधा- रावलफिया सर्पेंटाइना (मूल)
3.कुनैन- सिनकोना ओफिसिनेलिस (छाल)
4.ग्वारपाठा- एलोय वेरा (पत्ती)
5.अफीम - पेपेवर सोमिनिफेरम (फल) (2020) - चार सब्जियों के सामान्य व वैज्ञानिक नाम लिखिए
1.गाजर- डाॅकस कैरोटा
2.आलू- सोलेनम ट्यूबरोसम
3.पालक- स्पाइनेसिया ओलेरेसिया
4.गोभी- ब्रैसिका ओलेरेसिया
5.बेंगन- सोलेनम मेलोन्जिया - जङ, तना,पत्ता, पुष्पक्रम व फल से प्राप्त सब्जियों के नाम लिखो
1.जङ- गाजर, मूली
2.तना- आलू, अरबी
3.पत्ता- पालक, मेथी
4.पुष्षक्रम- फूल गोभी
5.फल- टमाटर, बैंगन - मुक्ता संवर्धन से क्या अभिप्राय है
कृत्रिम तकनीकी से सीपियों को पालकर उनसे मोती या मुक्ता प्राप्त करना मुक्ता संवर्धन कहलाता है यह तकनीकी सर्वप्रथम जापान में शुरू की गई। मोती आयस्टर जैैसे मोलस्को अपने कवच के नीचे स्वयं की रक्षा के लिए स्रावित करते हैं समुद्री आयस्टर से प्राप्त लिंघा मोती सबसे उत्तम माने जाते हैं - आर्थिक रूप से महत्त्वपूर्ण पादपों का वर्गीकरण कीजिए
1.खाद्य पादप- अनाज, दालें, तेल, मसाले, सब्जियां, फल, पेेेय पदार्थ आदि
2.औषधिय पादप- अश्वगंधा, अफीम सर्पगंधा सफेद मूसली आदि
3.इमारती काष्ट पादप- सागवान, शीशम, रोहिङा, खेजङी आदि
4.रेशे उत्पाक पादप- जूट ,कपास आदि - जन्तुओं का आर्थिक महत्त्व लिखिए
1.मधुमक्खी पालन -
मधुमक्खी पालन को एपिकल्चर कहते है कृत्रिम रूप से छत्तों में मधुमक्खियों को पालकर बड़ी मात्रा में शहद प्राप्त करना मधुमक्खी पालन कहलाता है मधुमक्खी के छत्ते में तीन प्रकार की मधुमक्खियां पाई जाती है 1.श्रमिक 2.नर 3.रानी। मधुमक्खी पालन से परागण की क्रिया आसान हो जाती है और फसल पैदावार बढ़ जाती है मधुमक्खी पालन से शहद तथा मधुमोम प्राप्त होता है शहद का उपयोग उच्च ऊर्जा युक्त भोज्य पदार्थ, औषधि एवं परिरक्षक के रूप में किया जाता है
2.रेशम कीट पालन-
रेशम उत्पादन में भारत का तीसरा स्थान है रेशम कीट पालन को सेरीकल्चर कहते हैं रेशम कीट का पालन शहतूत के वृक्ष पर किया जाता है रेशम कीट का जीवन चक्र चार अवस्थाओं में बांटा होता है
1.अण्डा 2.लार्वा 3.प्यूपा 4.व्यस्क रेशम कीट
सर्वप्रथम रेशम कीट शहतूत के पत्तों पर अण्डे देता है इन अण्डों से लार्वा बाहर निकलता है जिसे कैटरपिलर कहते हैं जो शहतूत के पत्तों को खाता है जब लार्वा पूर्ण विकसित हो जाता है तो यह भोजन करना बंद कर देता है तथा रेशम का स्रावण कर कोकून बनाता है कोकून के अन्दर बंद निष्क्रिय लार्वा प्यूपा कहलाता है यह प्यूपा कुछ समय बाद कोकून को काटकर बाहर निकल जाता है और वयस्क रेशम कीट में बदल जाता है रेशम कीट पालन में इन कोकूनो को उबाल कर रेशम प्राप्त किया जाता है
3.लाख कीट संवर्धन-
लाख कीटों की लक्ष ग्रंथियों से स्रावित रेजिनयुक्त रालदार पदार्थ लाख कहलाता है लाख के व्यापारिक उत्पादन हेतु लाख के कीड़ों का पालन लाख संवर्धन कहलाता है लाख कीट एक रेंगने वाला शल्क कीट है जो स्वयं द्वारा स्रावित लाख के आवरण में बंद रहता है लाख कीट मुलायम शाखाओं से चिपक कर उनका रस चुसती है तथा अपने शरीर के चारों ओर लाख का आवरण बना लेती है नर लाख कीट केवल निंफावस्था में ही लाख उत्पन्न करता है लाख उत्पादन निम्न दो विधियों द्वारा किया जाता है
1.पुरानी देशी विधि 2.आधुनिक विधि
4.जंतुओं के अन्य महत्व -
•कैक्टस पर रहने वाले शल्की कीटों के सूखे शरीर से टैनिन व कोकीनोल रंग प्राप्त होता है
•कुछ कीट जैसे दीमक व तिलचट्टा मृत जीवों को खाकर अपमार्जक का कार्य करते हैं
•कुछ किट जैसे ब्लिस्टर भृंग से कैंथाराइडीन औषधि बनाई जाती है जो बालों को झड़ने से रोकती है इसी प्रकार मधुमक्खियों से प्राप्त शहद का उपयोग अल्सर ठीक करने में किया जाता है कोचीनील कीटो से प्राप्त कार्मिनिल अम्ल का उपयोग कुकर खांसी के इलाज में किया जाता है
•कई कीट पुष्पी पादपों में परागण की क्रिया में सहायक होते हैं
14. पादपों और जन्तुओं का आर्थिक महत्व
Wednesday, May 30, 2018
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